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छत्तीसगढ़ / प्रदेश में कोरोना टेस्ट में बड़ी लापरवाही सामने आई, इन दो ज़िलों में निगेटिव भी निकले पॉज़िटिव

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रायपुर । छत्तीसगढ़ में कोरोना टेस्ट को लेकर बड़ी लापरवाही सामने आई है, आज प्रदेश के 2 जिलों में यह मामले देखने को मिले है। कवर्धा ज़िले में ...

रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना टेस्ट को लेकर बड़ी लापरवाही सामने आई है, आज प्रदेश के 2 जिलों में यह मामले देखने को मिले है। कवर्धा ज़िले में जहां बिना सैंपल लिए ही व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई वहीं दुर्ग में 3 पॉज़िटिव मरीजों की दुबारा हुए टेस्ट में निगेटिव रिपोर्ट मिली है। आइए जानें क्या है मामला -


दुर्ग में जिला अस्पताल में 3 गर्भवती हवाओं की रिपोर्ट पॉजीटिव आ जाने से स्वास्थ्य विभाग सहित जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। हड़कंप मचने के बाद उन तीनों गर्भवती महिलाओं की पून: जांच कराई गई जिसमें तीनों का रिपोर्ट निगेटिव आया। 

इस प्रकार स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए जा रहे कोरोना जांच पर सवाल उठने लगा हैं, इतने बड़े सर्व सुविधा युक्त दुर्ग चिकित्सालय में लैब टेक्नीशियन की गलती पूरा स्वास्थ्य अमला पर भारी पड़ गया। सिविल सर्जन ने उक्त लैब टेक्नीशियन राजलक्ष्मी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है वहीं उनके द्वारा जांच की 13 कोरोना रिपोर्ट को शून्य माना हैं।

बात करते है कवर्धा की जहां जानकारी के अनुसार एक व्यक्ति के बिना जांच व सेम्पल लिए ही उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आ गई जिसका वीडियो सोशल मीडिया में जारी होने के बाद जागे प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेकर लापरवाह कुंडा में पदस्थ लैब टेक्नीशियन को निलंबित करने के आदेश दिये है।

कल शाम पंडरिया में सैलून संचालको के संपर्क में आये लोगो के भेजे गए (कोविड-19) के सेम्पल के आई रिपोर्ट में 33 लोगो के पॉजिटिव आने की खबर के बाद से हड़कंप मच गया और आननफानन में पंडरिया में 26 जुलाई की अर्धरात्रि से 7 दिनों का लॉकडाउन की घोषणा जिला कलेक्टर को करनी पड़ी है। पॉजिटिव मीले लोगों को इलाज के लिए ले जाया गया है। इलाज के लिए लेजाए गए लोगो मे एक शख्स गोवर्धन निर्मलकर अपनी पोसिटिव रिपोर्ट देख कर सकते है शोशल मीडिया में जारी वीडियो में उसने आरोप लगाया है कि उसका जांच हेतु सेम्पल ही नही लिया गया है और बिना जांच के ही रिपोर्ट आ गई। जिससे स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की पोल खुल गई है।

सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार जब पंडरिया में लोगोंको जांच हेतु बुलाया गया था तब यह युवक भी जांच हेतु पहूंचा था और नाम दर्ज भी हूआ किन्तु सेम्पल भोजन के समय होने के कारण सेम्पल नही निकल पाया और शख्श बिना जांच के वापस हो गया किन्तु लेब टेक्नीशियन की गलती से दूसरे व्यक्ति का सम्पले गोवर्धन के नाम से भेज दिया गया।

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