👆वीडियो जगदलपुर : बस्तर जिला में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के उपलक्ष में साक्षरता सप्ताह समारोह मनाया जा रहा है। इसी विषय पर जिला स्तरी...
जगदलपुर : बस्तर जिला में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के उपलक्ष में साक्षरता सप्ताह समारोह मनाया जा रहा है। इसी विषय पर जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन बस्तर जिला के मुख्यालय जगदलपुर में किया गया। महारानी लक्ष्मीबाई कन्या क्रमांक एक में आयोजित इस कार्यक्रम का विषय था - "डिजिटल साक्षरता पर संगोष्ठी"
देश पूर्ण साक्षर हुआ शिक्षा के क्षेत्र में हमारा बस्तर जिला ऊपर बढ़ते हुए एक नई मिसाल कायम करें, पढ़नें लिखनें के साथ-साथ अब डिजिटल रूप से भी लोग साक्षर हो सके, इस पर भी जोर दिया जाए। इस विषय पर अधिकांश लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए थे, कार्यक्रम की मुख्य अतिथि बस्तर जिला की जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती भारती प्रधान थी। उन्होंने सभी ग्रामीण क्षेत्र के साक्षरता के नोडल अधिकारी ग्रामीणों स्वयं सेवकों और प्रेरकों से मेलजोल कर इस दिशा में बेहतर कार्य करें इस पर अपनी बात रखी।
प्रमुख वक्ता के रूप में शिक्षा के क्षेत्र में और साहित्य के क्षेत्र में ख्याति नाम हिमांशु शेखर झा ने जो पूर्व में साक्षरता के जिला परियोजना अधिकारी के रूप में कार्य कर चुके हैं, उन्होंने कहा कि "बस्तर के लोगों ने मिलजुल कर साक्षरता के क्षेत्र में ऐसा कार्य किया जिसकी सराहना राष्ट्रीय स्तर पर हुई और राष्ट्रपति जी के द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुआ था। आज भी हम सभी बस्तर वासी मिलजुल कर प्रयास करेंगे तो यह हासिल करना संभव है।
वरिष्ठ समाजसेवी अनिता राज ने लोगों को प्रेरित करते हुए कहा कि "सीखने की कोई उम्र नहीं है, मैंने सेवानिवृत्ति के बाद खैरागढ़ से संगीत विशारद की उपाधि प्राप्त की है। आज भी 75 वर्ष की आयु में मैं वरिष्ठ नागरिकों के द्वारा किए जा रहे खेलकूद में सम्मिलित होती हूं। नृत्य भी करती हूं नई पीढ़ी के लोग हमेशा अपने में ऊर्जा बनाए रखें।"
चमेली कुर्रे ने अपने उद्बोधन में अपनी स्वरचित कविता का गायन किया, जिसका उपस्थित श्रोताओं ने आनंद लिया।
शशांक श्रीधर शेन्डे जो बस्तर जिला में आकाशवाणी के क्षेत्र में एक जाना माना नाम है उन्होंने हल्बी गीत से अपनी बात रखी। सभी उपस्थित विद्यार्थियों की प्रस्तुति की सराहना की हिंदी दिवस पर बच्चों ने अपने जो विचार व्यक्त किए थे, उसकी उन्होंने मुक्त कंठ से प्रशंसा की।
शतरूपा मिश्रा जो उदीयमान रचनाकार हैं। उन्होंने अपने उद्बोधन में साक्षरता विषय पर और उसकी महत्ता पर अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम के प्रारंभ में सबसे पहले विद्यार्थियों ने अपने विचार रखे। थनेश्वरी यादव, तृषा बाफना, कोमल चौबे, खुशी शर्मा, किरण कश्यप और आकृति कतलाम ने सबसे पहले सभा को संबोधित किया।
साक्षरता की सहायक जिला परियोजना अधिकारी बस्तर जिला राकेश खापर्डे ने साक्षरता पर आधारित हल्बी गीत प्रस्तुत की। इसी के साथ उन्होंने बांसुरी वादन भी किया, जिसकी सभी लोगों ने सराहना की।
संस्था में पदस्थ संगीत शिक्षक दिलीप पांडे के नेतृत्व में छात्राओं ने राज्य गीत और सरस्वती वंदना प्रस्तुत कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
कार्यक्रम को प्रारंभ से ही अंत तक आकर्षक बनाए रखने में मंच संचालन करने वाले विधु शेखर झा ने बेहतरीन तरीके से मंच को संचालित किया, जिसकी सभी ने सराहना की।
साक्षरता के जिला परियोजना अधिकारी संजय मिश्रा ने सभी अतिथियों और आगंतुकों का आभार प्रदर्शन कर धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर साक्षरता से जुड़े हुए, सी. आर. मुचाकी (नोडल अधिकारी साक्षरता, बस्तानार), सुश्री गोमती यादव (मास्टर ट्रेनर, बस्तर), सुश्री यामिनी नागे (मास्टर ट्रेनर, जगदलपुर), चंद्रकांत पाणिग्रही (मास्टर ट्रेनर, जिला बस्तर), जगदीश पात्र (नोडल अधिकारी, साक्षरता, दरभा), श्रीमती भारती देवांगन (नोडल अधिकारी साक्षरता, जगदलपुर), श्रीमती शालिनी तिवारी (नोडल अधिकारी साक्षरता, लोहंडीगुड़ा), वरिष्ठ शिक्षक रमाकांत दिवेदी, मनोहर लाल यादव (लोहंडीगुड़ा) तथा बीएल वैद्य (लोहंडीगुड़ा) प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
महारानी लक्ष्मी बाई कन्या शाला क्रमांक 1 की प्राचार्य श्रीमती वंदना मदनकर ने संस्था में इस कार्यक्रम को आयोजक बनाए जाने पर खुशी व्यक्त की।
साक्षरता संबंधी जिला स्तरीय इस कार्यक्रम के आयोजन पर सभी लोगों ने संतोष व्यक्त किया और संकल्प लिया कि भविष्य में बस्तर जिला को शिक्षा साक्षरता के क्षेत्र में एक नई ऊंचाई पर स्थापित करेंगे।
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