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IIT बॉम्बे पासआउट, Twitter में इंजीनियर से CEO पद का सफर, जानें कौन हैं पराग अग्रवाल

➡️ ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी के इस्तीफा देने के साथ ही आईआईटी बॉम्बे के पासआउट पराग अग्रवाल के हाथों में कंपनी की कमान आ चुकी है. पराग इससे ...

➡️ ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी के इस्तीफा देने के साथ ही आईआईटी बॉम्बे के पासआउट पराग अग्रवाल के हाथों में कंपनी की कमान आ चुकी है. पराग इससे पहले ट्विटर में सीटीओ पद पर थे. कंपनी के बोर्ड ने उन्हें एकमत से सीईओ पद के लिए चुना है.
नई दिल्ली : सुंदर पिचाई (Sundar Pichai) और सत्य नडेला (Satya Nadela) के बाद अब एक और भारतवंशी शीर्ष टेक कंपनी ट्विटर (Twitter) के सीईओ बन चुके हैं. ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी (Jack Dorsey Resign) के इस्तीफा देने के साथ ही आईआईटी बॉम्बे के पासआउट पराग अग्रवाल (Parag Agrawal) के हाथों में कंपनी की कमान आ चुकी है. पराग इससे पहले ट्विटर में सीटीओ पद पर थे. कंपनी के बोर्ड ने उन्हें एकमत से सीईओ पद के लिए चुना है.
पराग के सीईओ बनने को लेकर जैक डोर्सी ने भी शुभकामनाएं दी हैं. डोर्सी ने अपने इस्तीफे में पराग की मुक्त कंठ से प्रशंसा की है. सीईओ पद छोड़ने के अपने तीन कारणों में सबसे महत्वपूर्ण वजह डोर्सी ने पराग को ही बताया है. उन्होंने कहा है कि पराग की मौजूदगी के कारण वो निश्चिंत होकर अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं. डोर्सी ने लिखा है- पराग कंपनी के नए सीईओ बन रहे हैं. बोर्ड ने नए सीईओ के लिए लंबी प्रक्रिया का पालन किया और सभी ने एकमत से पराग अग्रवाल को चुना. कंपनी के बारे में उनकी समझ के कारण पराग मेरी भी पसंद रहे हैं. पराग ने हर कठिन निर्णय के पीछे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और यही कारण है कि कंपनी आज यहां खड़ी है.
आइए जानते हैं पराग अग्रवाल के पारे में 10 महत्वपूर्ण बातें….
1 : पराग अग्रवाल ने आईआईटी बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस और इंजनीयरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल की है.
2 : आईआईटी बॉम्बे से पढ़ाई के बाद उन्होंने अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में पीएचडी की है.

3 : पराग इससे पहले माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च और याहू रिसर्च में महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुके हैं.

4 : ट्विटर के साथ उनका जुड़ाव साल 2011 में हुआ. कहा जाता है कि ट्विटर को पॉपुलर बनाने में पराग का बड़ा योगदान रहा है. खुद जैक डोर्सी ने अपने इस्तीफे में कठिन निर्णयों में पराग की भूमिका का जिक्र किया है.

5 : रेवेन्यू और कस्टमर इंजीनियरिंग के क्षेत्र में कंपनी को टॉप पर पहुंचाने की वजह से पराग एक बाद एक टॉप पद पर पहुंचे.
6 : पराग के काम कारण के साल 2016 और 2017 में कंपनी को जबरदस्त ऑडियंस ग्रोथ मिली.

7 : साल 2018 में ट्विटर ने पराग को कंपनी का सीटीओ नियुक्त किया था.

8 : सीटीओ के तौर पर पराग के पास कंपनी की तकनीकी रणनीति, अडवांस मशीन लर्निंग की जिम्मेदारी थी.

9 : साल 2019 में जैक डोर्सी ने पराग को प्रोजेक्ट ब्लूस्की का हेड बनाया था. ब्लूस्की प्रोजेक्ट को ट्विटर पर भ्रामक खबरों के खिलाफ बनाया गया था.
10 : 29 नवंबर 2021 को जैक डोर्सी के इस्तीफा देने के साथ ही अब पराग नए सीईओ बन चुके हैं.

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