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वीडियो : कहीं आप भी तो नहीं करते यह गलती! स्वच्छता की गंभीरता समझने के लिए आवश्यक सुझाव

जगदलपुर : गीले कचरे, सूखे कचरे, अन्य खतरनाक कचरे और खड्डे अलग अलग करने में नगर निगम की रिक्शा में स्वच्छता दीदियाँ ज्यादा अच्छा कार्य कर रह...

जगदलपुर : गीले कचरे, सूखे कचरे, अन्य खतरनाक कचरे और खड्डे अलग अलग करने में नगर निगम की रिक्शा में स्वच्छता दीदियाँ ज्यादा अच्छा कार्य कर रहीं हैं। इन रिक्शों में छोटी इकाई होने के कारण कचरा अलग अलग करना आसान होता है। जबकि निगम की गाड़ियों में भी अलग अलग खंड बने होने के बावजूद लोगों द्वारा एक साथ बड़ी मात्रा में कचरा डालने के कारण वे कचरे आपस में मिल जाते है। जिससे उसे अलग करना इन स्वच्छता दीदियों के लिए एक बड़ा सरदर्द होता है। इस विषय में हमने कुछ दिन पहले एक रिपोर्ट प्रकाशित किया था। जिसमें स्वच्छता दीदियों ने नगर वासियों से गुहार लगाई थी। वह विडियो आप नीचे देख सकते हैं। 





इस समाचार को देखकर या पढ़ कर यदि आपको भी कुछ सुझाव देना हैं या आपने भी स्वच्छता के लिए कोई नया कार्य किया है तो नीचे दिए नंबर पर व्हाट्सप्प या संपर्क कर हमें जानकारी भेजें। आपके दिए लेख या विडियो हम प्रकाशित करेंगें। 

 +916261667774 

आप से किस तरह के विडियो, लेख या फोटो कि आवश्यकता है।  



  • आपने घर में गीले कचरे से कंपोस्ड खाद बनाना शुरू किया है। 
  • स्वच्छता के लिए, आपके पास कोई शिकायत या सरल सुझाव है। जिसे आप ज्यादा से ज्यादा लोगों को देना चाहते हैं। 
  • भारत में शहरों की स्वच्छता रैंकिंग में आपके नगर को अच्छे प्रदर्शन के लिए, निगम के लिए कोई संदेश देना चाहते हैं, तो ऊपर दिए नंबर पर विडिओ, लेख या कॉल करके भी जानकारी दे सकतें हैं।  



आग्रह :

  • कचरा उठाने वाली महिलाओं को स्वच्छता दीदी कहा जाता है। कृपया इनके साथ सम्मानजनक व्यवहार किया जाए। इनके लिए आवश्यक रूप से पीने का पानी, अच्छी बातचीत और परस्पर सहयोग की भावना विकसित करना अतिआवश्यक है। परिवार के सदस्यों को भी इस बारें में जागरूक करें। 
  • लोग अपने जन्मदिन में वृद्धाश्रम या अनाथाश्रम जाकर अपना जन्मदिन मानते हैं, ऐसे लोगों से आग्रह है कि वे अपने आस पास के एस एल आर एम सेंटर में जाकर भी स्वच्छता दीदियों के साथ सुबह 8 से 10 के बीच अपना जन्मदिन मना सकते हैं। इससे उन्हें अपने कार्य के प्रति उत्साह बढ़ेगा, और स्वच्छता के प्रति घर के बच्चों को भी अच्छा संदेश मिलेगा। 


आप बीती :

हमारे सहयोगी श्री विधु शेखर झा ने बताया कि "कुछ दिन पहले हुए बैठक में एक स्वच्छता दीदी ने जानकारी दी कि एक घर में कोरोना पाज़िटिव लोग निकले थे, तो हम उनके घर कचरा लेने गए थे, उनके द्वारा घरेलू कचरा हमें पैर से लात मार कर दिया गया। उनका व्यवहार भी बहुत खराब था। जिससे हमें बहुत बुरा लगा। उन्होंने आगे बताया कि हमें सप्ताह में सातों दिन कार्य करना पड़ता है। हमें भी अपने परिवार को देखना होता है। हमे बस समाज से थोड़ी इज्जत चाहिए, बस यही हमारी उम्मीद रहती है। जैसे : गर्मी के दिनों में कभी कभी काम करते करते पानी की कमी हो जाती है। ऐसे में किसी घर से हमें पानी के लिए सबसे गंदे बोतल में पानी दिया जाता है। वहीं एक दूसरी स्वच्छता दीदी ने बताया कि एक जगदलपुर स्थित एक समृद्ध कॉलोनी में कचरा एकत्र करने के लिए एक बड़ा ड्रम बना कर रखा गया है, उस ड्रम में गीला और सुखा कचरा एक साथ डाल दिया जाता है। इसके अलावा बच्चों का गंदा डायपर भी उसमे ही डाला जाता है। जिससे कई बार हमारा हाथ गंदा हो चुका है। कॉलोनी वाले बड़े लोग हैं, उन्हें बोलने पर भी वे समझ नही रहें हैं। कांच से भी कई बार हाथ घायल हो चुका है।"

श्री विधु शेखर झा ने कहा कि "यह सोचनीय विषय है कि जो लोग हमारे घर में बचा कचरा ले जाते हैं, और उन्हें ठिकाने लगाते हैं, सड़कों को साफ सुथरा रखते हैं। क्या ऐसे व्यक्ति समाज के सबसे अहम लोग नहीं हैं। उसी सड़क पर हम चलते हैं, उस साफ घर में हम रहते हैं, इनकी वजह से ही हम स्वस्थ और खुशहाल हैं! हमें इनका सम्मान करना चाहिए। इनसे किसी भी तरह का भेदभाव पूर्ण व्यवहार नहीं करना चाहिए।

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