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बास्तानार ब्लॉक के नक्सल प्रभावित ग्राम बुरगुम व सावंगेल में पहुंचा मुक्तिमोर्चा

  • जिलाध्यक्ष भरत कश्यप व साथियों ने सुनी ग्रामवासियों की विभिन्न समस्याएं, • ग्राम बुरगुम व सावंगेल में आजादी के बाद भी नहीं पहुंची बिजली ...

 • जिलाध्यक्ष भरत कश्यप व साथियों ने सुनी ग्रामवासियों की विभिन्न समस्याएं,

• ग्राम बुरगुम व सावंगेल में आजादी के बाद भी नहीं पहुंची बिजली की रोशनी, 

• क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों का विकास का वादा सिर्फ हवा हवाई भाषण : मंगीराम बेंजाम


जगदलपुर : बुरगुम व सावंगेल के निवासी शुद्ध पेयजल, प्रधानमंत्री आवास, गड्ढों में तब्दील हुए सड़क, रोजगार, वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन व आज तक बिजली ना पहुंचना जैसे बुनियादी समस्याओं को लेकर ग्रामवासियों से मुक्तिमोर्चा/ जनता कांग्रेस जे. के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने चर्चा की, और कहा कि इन क्षेत्रों में विकास ना पहुंचना बड़ा गंभीर और सोचनीय विषय है।



बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा का अभियान "हर गांव में देंगे दस्तक सुनेंगे ग्रामवासियों की समस्याएं" के मध्यम से, बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा के मुख्य संयोजक नवनीत चांद के निर्देशन पर आज मुक्तिमोर्चा जिलाध्यक्ष भरत कश्यप ने चित्रकोट विधानसभा की बास्तानार ब्लॉक के अंदरूनी पिछड़ा नक्सल प्रभावित क्षेत्र ग्राम पंचायत बुरगुम व सावंगेल पहुंच जनचौपाल लगाकर ग्राम वासियों की समस्याओं को उनके निराकरण हेतु संयुक्त संघर्ष अपील की। ग्राम वासियों ने बताया कि क्षेत्र में कांग्रेस व भाजपा से चुनकर आने वाले जनप्रतिनिधि ना के बराबर दौरे करते हैं। गांव की समस्याओं के निराकरण उनके प्रति उदासीन रवैया, जिम्मेदार विभागीय अधिकारी की अपने कर्तव्य के प्रति बरती जा रही लापरवाही का परिणाम यह जर्जर स्कूल भवन, अधूरे सड़क निर्माण कार्य, लचर पेयजल व्यवस्था के चलते गढ्ढो से पानी पीने को ग्रामवासी मजबूर हैं। वहीं छोटी छोटी बीमारी के लिए भी स्वास्थ व्यवस्था की कमी, मोबाइल नेटवर्क ना होने के कारण पेंशन, स्वास्थ्य व अन्य सुविधाओं के लिए मीलों दूर का सफर करना पड़ता है, रोजगार, स्वरोजगार के अवसर की तलाश में पलायन करने को ग्रामीण मजबूर हैं। यह सभी बुनियादी मूलभूत सुविधाओं हैं जो पूरी तरह से लचर व्यवस्था के कारण ग्रामीण विचलित हैं। देश की आजादी के बाद भी आज इन गांवों में बिजली ना पहुंचना बड़ी गंभीर समस्या है, ग्रामीण रोशनी की राह आज भी देख रहे हैं। उक्त समस्या को सून मुक्ति मोर्चा के जिलाध्यक्ष भरत कश्यप ने कहा कि क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों की नाकामी की निशानी साफ साफ देखी जा सकती हैं। विकास का वादा सिर्फ हवा हवाई बात सिद्ध हो रहा है इन इलाकों में, इन ग्राम पंचायत में राज्य सरकार जिला प्रशासन व क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने सरकारी कागज के रिकॉर्ड के रूप में पहचानी दी है, तो वहीं चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस व भाजपा पार्टी के द्वारा इन ग्राम पंचायतों में पोलिंग बूथ व मतदाता ही समझना व चुनावी इन पंचायतों का विकास के अधिकारों को बाधित करने व जिले के अन्य पंचायतों के मुकाबले पिछड़े क्षेत्र में तब्दील कर दिया है राज्य सरकार क्षेत्र के जनप्रतिनिधि जिम्मेदार विभागीय अधिकारी की इस कार्यशैली की जितनी निंदा की जाए उतना कम है।" उन्होंने आगे कहा कि "मुक्ति मोर्चा जनता कांग्रेस जे इन सभी ग्राम पंचायतों की मांगों व समस्याओं के समाधान के लिए ब्लाक व जिला मुख्यालय में आगामी दिनों संयुक्त संघर्ष कर घेराव करेगा, जब तक इनकी मांगों को पूरा न किया जाए तब तक संघर्ष करते रहेंगे।" इस दौरान मंगीराम बेंजाम,गागरू कश्यप, सुंदर मण्डावी, मोटू मण्डावी,झमलू मण्डावी आदि उपस्थित थे।

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