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चित्रकोट महोत्सव 2022 शास्त्रीय नृत्य कथक की प्रस्तुति श्रुति सरोज द्वारा दी गई

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 • चित्रकोट महोत्सव में कला का सम्मान



जगदलपुर : चित्रकोट महोत्सव 2022 के द्वितीय दिवस आयोजन के पावन अवसर पर भगवान शिव की स्तुति आराधना से प्रारंभ कर तराना की प्रस्तुति दी जाएगी। तराना हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत का एक प्रकार है जिसमें कुछ फ़ारसी और अरबी शब्दों का प्रयोग होता है। जैसे उदानी, तोदानी, तदीम, यलाली ...आदि। इन शब्दों को मध्यम या द्रुत लय में कथक के नियमानुसार कदम ताल में प्रस्तुत किया जाता है। श्रुति सरोज द्वारा तराना शास्त्रीय संगीत पर आधारित शास्त्रीय नृत्य कथक की प्रस्तुति दी गयी साथ ही कृष्ण कवित्त तीन ताल में प्रस्तुत किया गया। श्रुति ने अपनी खूबसूरत प्रस्तुति से अतिथियों व दर्शकों को मन्त्र मुग्ध कर दिया। उसकी नृत्य प्रस्तुति हेतु अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया। विद्यालय की प्रचार्या मनीषा खत्री एवं स्टाफ, वरिष्ठ रंगकर्मी रंगनिर्देशक जी एस मनमोहन व शहर के कलाकारों और साहित्यकारों ने श्रुति को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।



जीवन परिचय:-

श्रुति सरोज (15वर्ष)

• पिता रोहित सरोज, माता पूर्णिमा सरोज, स्वामी विवेकानंद स्कूल में कक्षा 9वीं में अध्ययनरत, कथक नृत्यभूषण चतुर्थ वर्ष में अध्ययनरत, 1 तीन वर्ष की आयु से विभिन्न मंचों में उत्कृष्ट प्रस्तुतियाँ देती आ रही है।

• दूरदर्शन(नेशनल)के कार्यक्रम दण्डकारण्य की शान में बेहतरीन प्रस्तुति दे चुकी हैं।

• बस्तर लोकोत्सव, चित्रकोट महोत्सव सहित जिला एवं राज्यस्तरीय सांस्कृतिक एवं साहित्यिक मंचों में बेहतरीन प्रदर्शन हेतु सम्मानित।

• 2020 में साहित्य मनीषी लाला जगदलपुरी जी के जन्मशताब्दी समारोह में लाला जी द्वारा लिखित गीतों पर शास्त्रीय नृत्य कथक नृत्य की प्रस्तुति हेतु सम्मानित।

• नृत्यभूषण की प्रत्येक परीक्षा में मेरिट में स्थान प्राप्त किया।

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