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जगदलपुर में "अबुआ दिसुम अबुआ राज - बिरसा मुंडा" नाटक का सफल मंचन किया गया, देखें वीडियो

जगदलपुर : भारत सरकार के दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र नागपुर के तत्वावधान में बस्तर जिला प्रशासन द्वारा गुरुवार 9 जून को टाउन हॉल ज...

जगदलपुर : भारत सरकार के दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र नागपुर के तत्वावधान में बस्तर जिला प्रशासन द्वारा गुरुवार 9 जून को टाउन हॉल जगदलपुर में देश के महान क्रांतिकारी बिरसा मुंडा के जीवन एवं संघर्षों पर आधारित नाटक "अबुआ दिसुम अबुआ राज - बिरसा मुंडा" नाटक किया गया। इस नाटक से संबंधित वीडियो, लोगों के विचार और नाटक की विवेचना आपको ऊपर वीडियो में मिल जाएंगे अतः वीडियो देखें और अपने विचार कमेंट के माध्यम से हमें अवश्य दें।




बता दे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संसदीय सचिव और विधायक जगदलपुर से रेख चंद जैन थे तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता पद्मश्री धर्मपाल सैनी ने किया। कलेक्टर श्री रजत बंसल, दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र नागपुर के सहायक संचालक श्री गोपाल बेतवा सहित कला, साहित्य एवं रंगमंच क्षेत्र के अनेक गणमान्य जन कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित थे। इस अवसर पर नाटक के कलाकारों ने महान क्रांतिकारी भगवान बिरसा मुंडा की जीवनी, संघर्षों तथा उनके योगदानो को जीवंत करते हुए अपनी प्रस्तुति दर्शकों के सामने दी तथा उन्हें अभिभूत कर दिया। कलाकारों की जीवंत अभिनय शैली ने दर्शकों को पूरे नाटक के दौरान आखिर तक बांधकर रखा तथा नाटक के बाद दर्शकों ने कलाकारों की प्रशंसा भी की।

संसदीय सचिव रेख चंद जैन ने कहा कि "बिरसा मुंडा जनजाति समाज सहित पूरे देश के गौरव हैं। अपनी मातृ भूमि एवं जल, जंगल, जमीन की रक्षा के लिए अंग्रेजों के खिलाफ किए गए उनके गौरवगाथा की जानकारी हमारी नई पीढ़ी को देना अत्यंत आवश्यक है।" उन्होंने कहा कि "छत्तीसगढ़ सरकार आदिवासियों की कला संस्कृति एवं उनकी बोली भाषा का संरक्षण एवं संवर्धन कर इस दिशा में बेहतर कार्य कर रही है।" 

वही बस्तर कलेक्टर श्री रजत बंसल ने कहा कि स्वाधीनता आंदोलन में बस्तर सहित पूरे देश के जनजातीय समाज के महापुरुषों की उल्लेखनीय भूमिका रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा अनुरूप आदिवासियों की बोली भाषा, कला, संस्कृति, रहन-सहन को सहेजने व उनके संरक्षण और संवर्धन के लिए बस्तर जिले के आसना में बस्तर अकैडमी आफ डांस आर्ट एंड लिटरेचर (बादल) की स्थापना की गई है। यह संस्था जनजातीय समाज सहित समूचे बस्तर के निवासियों के कला, संस्कृति, बोली, भाषा सहित अन्य विशेषताओं के संरक्षण और संवर्धन के लिए महत्वपूर्ण कार्य कर रही है। इस अवसर पर आयुक्त नगर निगम दिनेश नाग, संयुक्त कलेक्टर हितेश बघेल सहित जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

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