जगदलपुर : नगरनार स्टील प्लांट के अधिशासी निदेशक प्रशांत दाश ने कहा है कि एनएमडीसी का स्टील प्लांट बस्तर और छत्तीसगढ़ के विकास में मील का पत्...
जगदलपुर : नगरनार स्टील प्लांट के अधिशासी निदेशक प्रशांत दाश ने कहा है कि एनएमडीसी का स्टील प्लांट बस्तर और छत्तीसगढ़ के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। वे गुरुवार को यहां आंचलिक समाचार पत्र संग्रहालय एवं शोध संस्थान में आयोजित विदाई समारोह में उपस्थित नागरिकों एवं प्रबुद्ध लोगों को संबोधित कर रहे थे। ज्ञात हो कि दाश 30 जुलाई को अधिशासी निदेशक के पद से सेवानिवृत्त हो गए हैं।
उन्होंने सन 2012 में नगरनार स्टील प्लांट में बतौर महाप्रबंधक कार्यभार संभाला था। उन्होंने आगे कहा कि यद्यपि प्रारंभ में एनएमडीसी स्टील प्लांट को स्थापित करने के प्रति गंभीर नहीं थी किंतु अब यह स्टील प्लांट बनकर तैयार है और यह अवश्य चालू भी होगा। लेकिन अब सरकार पर निर्भर है कि लगभग ढाई हजार करोड़ के इस इस्पात परियोजना को किस प्रकार लाभ के उद्यम में परिवर्तित किया जाए।
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि बस्तर वासियों को शिक्षा के साथ-साथ प्रशिक्षण की माकूल सुविधा उपलब्ध कराई जानी चाहिए ताकि वे औद्योगिक विकास को सही संदर्भ में स्वीकार कर सकें। कार्यक्रम में उपस्थित पद्मश्री धर्मपाल सैनी ने अपने संबोधन में अधिशासी निदेशक दाश के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि बस्तर अब विकास के पथ पर आगे बढ़ चला है। बस्तरवासी शिक्षा के महत्व को जान चुके हैं। सैनी ने भी शिक्षित आदिवासियों को रोजगार परक प्रशिक्षण उपलब्ध कराने पर जोर दिया है।
कार्यक्रम के प्रारंभ में आंचलिक समाचार पत्र संग्रहालय एवं शोध संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष राजेंद्र कुमार तिवारी ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने अपने संबोधन में 1985 से बस्तर में स्टील प्लांट की स्थापना की कवायद पर विस्तार से प्रकाश डाला।
तिवारी ने उपस्थित लोगों को बताया कि बस्तर में बालिका शिक्षा की दिशा में धर्मपाल सैनी की पहल को राष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है। अंत में संस्था द्वारा उपस्थित अतिथियों के प्रति आभार प्रकट किया गया। कार्यक्रम में पद्मश्री धर्मपाल सैनी एवं एनएमडीसी के अधिशासी निदेशक दाश का संस्था के अध्यक्ष ने शाल एवं श्रीफल से सम्मान किया॥ कार्यक्रम में नगर के गणमान्य नागरिक व पत्रकार उपस्थित थे।
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