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अब नही होगी "100 करोड़" की वसूली, पढ़िए : कैसे बस्तर के इस केस ने आपस में भिड़ाया देश के सबसे बड़े वकीलों को!!

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 • हाई कोर्ट के डबल बेंच के फ़ैसले पर सुप्रीम कोर्ट ने दिया स्थगन आदेश, ६ हफ़्ते के भीतर देना होगा जवाब, नीलिमा बेलसरिया और बली नागवंशी ...

 • हाई कोर्ट के डबल बेंच के फ़ैसले पर सुप्रीम कोर्ट ने दिया स्थगन आदेश, ६ हफ़्ते के भीतर देना होगा जवाब, नीलिमा बेलसरिया और बली नागवंशी की अपील याचिका मंज़ूर !

जगदलपुर : आज दिल्ली से एक बड़ी खबर हमें प्राप्त हुई, मिली जानकारी के अनुसार हाई कोर्ट के फैसले पर रोक लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने अपील याचिका मंजूर कर लिया है। आइए इस मामले से जुड़े हर एक पहलू पर विस्तार से चर्चा इस खबर के माध्यम से करें। इस मामले को अलग अलग समाचार समूहों द्वारा एक के बाद एक खबरों से बड़ा बना दिया है। आज भी आप अगर रावघाट रेल परियोजना सर्च करें तो आपको गूगल में परियोजना से ज्यादा इस कथित घोटाले के बारे में अधिक खबरें मिलेंगी। उसमें भी विडंबन ये की किसी मीडिया समूह के द्वारा 2 सौ करोड़, किसी के द्वारा 175 करोड़ तो कही कही 90 से 98 करोड़ के घोटाले कि खबरों का अंबार लगा पड़ा है। इस मामले में एक मीडिया समूह की भूमिका सबसे अहम रही। जिसकी देखा देखि अन्य अखबारों ने भी खबरों का प्रकाशन ऐसे किया मानो उन्होनें अपने खबर के माध्यम से फैसला सुना दिया है। 



हाईकोर्ट में मामला खारिज तो "सुप्रीम कोर्ट" ने दी राहत : 

एक बड़ा फैसला लेते हुए, सुप्रीम कोर्ट ने हाई प्रोफाइल मामले में नीलिमा बेलसरिया व बलि नागवंशी के मामले की सुनवाई की मंजूरी दे दी है। जगदलपुर रावघाट रेलवे लाइन भूमि अधिग्रहण घोटाले में फंसे दो भूमि स्वामियों की याचिका को हाई कोर्ट की युगलपीठ ने खारिज कर दी थी। कोर्ट की एकलपीठ के फैसले को सही ठहराया था। 

दरअसल जगदलपुर तहसील में जमीन अधिग्रहण के दौरान दो भूमि स्वामी टी वी रवि व बलि नागवंशी पर आरोप है कि उनके द्वारा कंपनी के अफसरों से मिलीभगत करते हुए 100 करोड़ रुपए की राशि भूमि अधिग्रहण के बदले हड़प ली गई है। जुलाई से पूर्व हाईकोर्ट में याचिका खारिज कर दी गई थी। लेकिन आज सुप्रीम कोर्ट ने इन्हें राहत पहुंचते हुए इस मामले को संज्ञान में लेते हुए, याचिका स्वीकृत कर ली गई है।

 

देश के यह बड़े वकील होंगे आमने सामने

 सुप्रीम कोर्ट में बस्तर का यह मामला हाई प्रोफाइल हो गया है। जहां बचाव पक्ष की ओर से पहले प्रशांत भूषण, मुकुल रोहतगी व राकेश द्विवेदी इनकी पैरवी करेंगे। वहीं दूसरी ओर से मुख्य रूप से विकास सिंह केस की पैरवी करेंगे। बता दें अभी हाल ही में दोनो वकीलों के नाम काफी सुर्खियों में थे। सुप्रीम कोर्ट के सीनियर वकील मुकुल रोहतगी ने ही आर्यन खान का केस लड़ा था। तो विकास सिंह का नाम बॉलीवुड स्टार सुशांत सिंह राजपूत के केस से जुड़ा हुआ है। वे ही उनका केस लड़ रहे हैं।

 

क्या है रावघाट रेल परियोजना :

जगदलपुर से रावघाट के बीच 140 किलोमीटर लंबी रेल लाइन बिछाने के लिए बस्तर रेलवे प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के अधिकारियों द्वारा वर्ष 2018-19 से भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई की जा रही है।

रेलवे लाइन के लिए बस्तर, कोंडागांव व नारायणपुर तीनो जिलों में रेलवे लाइन के लिए कंपनी को जमीन का अधिग्रहण करना है। बस्तर जिले में अधिग्रहण की कार्रवाई पूरी कर ली गई है। कोंडागांव व नारायणपुर जिले में अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है।

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