• झाड़ा सिरहा शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज जगदलपुर में अभियंता दिवस पर याद किए गए भारत रत्न विश्वेश्वरैया, • प्रोफेसरों ने सुनाए विश्वेश्वरैया...
• झाड़ा सिरहा शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज जगदलपुर में अभियंता दिवस पर याद किए गए भारत रत्न विश्वेश्वरैया,
• प्रोफेसरों ने सुनाए विश्वेश्वरैया जी पर रोचक और प्रेरणादायक किस्से
• रंगारंग प्रस्तुतियों और विज्ञान प्रदर्शनी ने मोहा दर्शकों का दिल
जगदलपुर (वेदांत झा): शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज जगदलपुर, जिसका नाम झाड़ा सिरहा पर रखा गया है। कल अभियंता दिवस के अवसर पर महाविद्यालय में रंगारंग कार्यक्रमों और अलग अलग विभागों के विज्ञान प्रदर्शनियों ने लोगों से काफी सराहना मिली। सबसे पहले मंचासिन अतिथियों ने महाविद्यालय के विद्यार्थियों को महान अभियंता और भारत रत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए, अलग अलग गुणों के बारे में बताया। इसके पश्चात नृत्य, संगीत के कार्यक्रमों ने दर्शकों की तालियां बटोरीं।
कार्यक्रम की शुरुआत मंचासीन प्राचार्य और अन्य विभागों के प्राध्यापकों ने सरस्वती प्रतिमा और भारत रत्न विश्वेश्वरैया जी की तस्वीर पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलित कर की। मंच संचालक अशोक कुमार यादव ने इंजीनियरों और इंजीनियरिंग की भिन्न शाखाओं के सामाजिक योगदान के विषय में अलग अलग कविताएं पढ़ीं, जिनमे आई टी, ई टी एन टी, सिविल, मैकेनिकल, माइनिंग आदि पर केंद्रित कविता पाठ की श्रोताओं ने काफी सराहना की। इसके पश्चात प्रो. एस के प्रजापति ने भारत रत्न विश्वेश्वरैया जी के बारे में अच्छी जानकारी दी। उन्होंने अपने जीवनपर्यंत जो कार्य किए थे, उसके संबंध में रोचक जानकारियां दीं। उन्होंने अपने अभिभाषण में विश्वेश्वरैया जी की ईमानदारी, उनकी समय पर कार्य निर्धारण और कार्यों में तन्मयता पर अलग अलग प्रेरक किस्से बताते हुए, विद्यार्थियों को जीवन में महान लक्ष्य बनाने का संदेश दिया। इसके पश्चात प्रो. एच एल विश्वकर्मा ने भारत रत्न विश्वेश्वरैया जी को याद करते हुए उनकी शुरुआती जीवन और महान कार्यों के बारे में बताया।
वहीं प्रमुख वक्ता प्रो. डॉ जी पी खरे ने सभी का अभिवादन करते हुए कहा कि "अगर इस महाविद्यालय से कुछ ऐसे लोग निकलेंगे जो अपने देश के लिए कुछ ऐसा काम करें, तो यह गर्व की बात होगी।" उन्होंने आगे कहा कि "अगर विश्वेश्वरैया जी ने भारत को गौरवान्वित किया है तो हमारे विद्यार्थी भी ऐसा कर सकते है।" हमारे प्रतिनिधि से चर्चा करते हुए, उन्होंने कहा कि "हम लोग भी उसी पेशे से जुड़े हुए हैं, जिससे हमारे भारत रत्न सर विश्वेश्वरैया जी आते हैं। उनके जन्मदिवस को हम अभियंता दिवस के रूप में मनाते हैं। हमारे झाड़ा सिरहा इंजीनियरिंग महाविद्यालय में वर्तमान में लगभग 1250 विद्यार्थी अध्यनरत हैं, जो हमारे भावी पीढ़ी के इंजीनियर्स हैं। आज के इस दिन को मानने का मुख्य उद्देश्य सर मोक्षगुण्डम विश्वेश्वरैया जी के जन्मदिन में उनके जीवन के बारे में जाने, उनके देश के लिए किए योगदानों का देश के उत्थान और विकास में क्या स्थान रहा, उसके बारे में युवा पीढ़ी जाने और उनका आत्मसात करे। हमारे संस्थान में प्रतिवर्ष यह दिन मनाया जाता है, जिसमे सभी बच्चे भाग लेते हैं। इसमें विज्ञान प्रदर्शनियों का कार्यक्रम भी रखा जाता है जिसमे सभी संकायों के विद्यार्थी अपने प्रोजेक्ट्स मॉडल तैयार करते हैं।" विज्ञान प्रदर्शनी के विषय में आगे जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि "मैं बहुत खुश हूं, जो प्रदर्शनी लगाई गई है बच्चों के द्वारा। मैने व्यतिगत उनसे मुलाकात करके, उनके मॉडल के बारे में विद्यार्थियों से बात की। लगभग हर ब्रांच के बच्चों ने मॉडल बनाने का प्रयास किया। सभी मॉडल बहुत अच्छा बनाया गया है। इन मॉडल्स में विद्यार्थियों ने वर्तमान थीम को ध्यान में रखकर तैयार किया है। मुझे लगता है कि उनके मॉडल्स में जो तकनीक उपयोग किया गया है, वह बिलकुल आधुनिक है। उसमे थोड़ी बहुत सुधार करके अगर राज्य स्तर पर कोई प्रदर्शनी होती है तो हमारे बच्चे उसमे जरूर अच्छा प्रदर्शन करेंगे।"
विज्ञान प्रदर्शनी में इन्होंने लिया भाग :
• मॉडल का नाम : फ्री एनर्जी जनरेटर, मिनी टेस्ला क्वाइल (मोक्ष शर्मा 2 सेम. और पूरब शर्मा 7सेम, मैकेनिकल ब्रांच)
• मॉडल का नाम : थर्मल पावर प्लांट (इलेक्ट्रॉनिक 7 सेम. के विद्यार्थी)
• मॉडल का नाम : सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (सिविल ब्रांच 7 सेम. से सोमन, दीपक, तेजप्रताप, ऋतु, फैजॉय)
• मॉडल का नाम : होम ऑटोमेशन विथ ऑटोमेशन आईओटी क्लाउड (ईटी & टी, 7 सेम. से अभिषेक, लोकेश और पूर्वेश)
रंगारंग कार्यक्रम में इन्होंने किया प्रदर्शन :
रंगारंग कार्यक्रमों में नृत्य, संगीत और अलग अलग विधाओं में विद्यार्थियों ने अपनी मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। यह कार्यक्रम शाम दोपहर 12 से शाम 5 बजे तक चला। छात्र छात्राओं ने यह प्रस्तुतियां दीं।
1. अनुका का साहू व समूह देवा श्री गणेशा नृत्य
2. मुस्कान सेना एकल शास्त्रीय नृत्य
3. अरुंधति रात्रि अभियंता दिवस पर भाषण
4. जासमीन शेख अप्सरा आली एकल नृत्य
5. मोक्ष शर्मा एकल गायन रुक जाना नहीं
6. रेणुका व समूह छत्तीसगढ़ी नृत्य
7. खुशबू सिन्हा हॉलीवुड रिमिक्स डांस
8. कोमल साहू कविता पाठ मुस्कुरा कर चलो
9. प्रशांत कुमार व समूह नृत्य आरंभ है प्रचंड
10. कन्या कुमारी वह समूह बिहू नृत्य
11. समीक्षा व समूह रीमिक्स नृत्य
12. नाजुक व स्वास्तिक मराठी नृत्य
13. सुमन व समूह छत्तीसगढ़ी नृत्य
14. तोशिबा व राहुल गायन प्रस्तुति
15. रेणुका समूह छत्तीसगढ़ी नृत्य
16. नायब वह समूह राजस्थानी नृत्य
17. नेहा व समूह हॉलीवुड रीमिक्स नृत्य
18. खिलेश व समूह रीमिक्स नृत्य
19. मनीष नेताम मिमिक्री
20. सातवें सेमेस्टर के विद्यार्थियों द्वारा इंजीनियर्स डे पर नाटक
21. रोहन द्वारा एकल नृत्य
यह कार्यक्रम विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत किए गए।
विद्यार्थियों ने की आईआईटी और एनआईटी जैसी केंद्रीय संस्थाओं की मांग :
वहीं कुछ विद्यार्थियों से हुई चर्चा में सिविल इंजीनियरिंग ब्रांच की छात्रा कंचन नाग ने कहा कि "पिछले दो वर्षों से कोरोना महामारी की वजह से हम काफी समय तक कॉलेज और हमारे गुरुओं से दूर रहे, हालांकि ऑनलाइन क्लासेस हुई, लेकिन अब वापिस ऑफ लाइन क्लास से बहुत अच्छा लग रहा है। आज इंजीनियर्स डे मनाकर हम विद्यार्थियों में और उत्साह आ रहा है।" उनमें से एक मैकेनिकल ब्रांच के विद्यार्थी दिलेश्वर साहू ने कहा कि "जगदलपुर के इस महाविद्यालय में आईआईटी और एनआईटी जैसी संस्थाएं भी खुलनी चाहिए। इससे बस्तर और इस स्थान के लोगों का भी विकास होगा।"
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