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साप्ताहिक मवेशी बाजार और सब्जी बाजार की नीलामी संपन्न

• हुई हंगामेदार नीलामी,  • मवेशी बाजार 14 लाख 76 हजार दो सौ तो साप्ताहिक बाजार डेढ़ लाख एक रुपए में हुए नीलम • मवेशी बाजार का ठेका ठीबरू राम...

• हुई हंगामेदार नीलामी, 

• मवेशी बाजार 14 लाख 76 हजार दो सौ तो साप्ताहिक बाजार डेढ़ लाख एक रुपए में हुए नीलम

• मवेशी बाजार का ठेका ठीबरू राम मौर्य को मिला, साप्ताहिक बाजार के महिला समूह ठेकेदार



जगदलपुर (वेदांत झा) : आज लोहंडीगुड़ा में लंबे अरसे के बाद मवेशी बाजार और साप्ताहिक बाजार में ठेकेदारी के लिए नीलामी की गई। आज ग्राम पंचायत के निकट हाट बाजार चौक में एक चौपाल लगाकर दोनो बाजारों की नीलामी पंचायत निरीक्षक गगन पॉल के समक्ष मवेशी बाजार में 19 लोगों ने और साप्ताहिक बाजार में 15 लोगों ने नीलामी में अपनी बोलियां लगाईं। 


दिखा उत्साह, महिला समूह ने मचाया हंगामा :

आज पहले मवेशी बाजार की नीलामी के बाद  महिला समूह द्वारा भारी आक्रोश व्यक्त किया गया। उनका आरोप था कि सभी ने जान बूझ कर नीलामी की रकम इतनी ज्यादा बढ़ा दी कि हम महिलाओं को इससे पीछे हटना पड़ा। उन्होंने आरोप लगाया की पुरुष तो कोई और कार्य करके भी साप्ताहिक रकम चुका देते, लेकिन हम महिलाओं को वह रकम चुकाने में बहुत मुश्किल होती इसलिए हम बोली लगाने की हिम्मत नही जुटा पाए।


जोश में लगा दी बड़ी बोली :

वहीं कुछ लोगों का अनुमान है कि नीलामी में बोली लगाने वालों ने जोश में आकर बड़ी बोलिया लगा दी, जिससे उन्हें भविष्य में रकम चुकाने में बड़ी दिक्कत हो सकती है। कुछ लोगों ने जानकारी दी कि अभी मवेशी बाजार में जो सबसे बड़ी बोली लगी वह  13 लाख 76 हजार दो सौ है,  वह  बहुत ज्यादा है। इस हिसाब से उन्हे प्रति सप्ताह के लिए बड़ी रकम चुकानी पड़ेगी जिसे निकालना मुश्किल खीर साबित होगा।


लोगों ने उठाए कई अन्य मुद्दे, कई वर्षों से नीलामी न करने की मांग रहे हिसाब

आज की नीलामी में कई स्थानीय लोगों ने दबी जुबान से ग्राम पंचायत की कई समस्याओं पर हमसे चर्चा की। जो यह हैं : 

√ सामुदायिक व्यवसाय केंद्र के लगातार 15 वर्षों से बंद रहने का मुद्दा काफी लोगों ने उठाया। लोगों ने आरोप लगाया कि यहां कई वर्षों से बेरोजगार लोगों के लिए व्यवसायिक केंद्र बनाया गया है लेकिन आज तक यह केंद्र किसी को भी नही दिया गया है। कई कागजों में इसकी मरम्मत और पता नही क्या क्या खर्चे किए जा चुके हैं। यह व्यावसायिक केंद्र भ्रष्टाचार का बड़ा उदाहरण है। 

√ साप्ताहिक बाजार में शेड भी बहुत जर्जर अवस्था में हैं। लोगों ने बताया की लगभग 20 वर्ष से उपर इन शेड को लगाया गया था। जो अब बहुत बुरी स्थिति में है। 

√ तो कुछ महिलाओं ने प्रसाधन व्यवस्था न होने के कारण परेशानी होने की बात बताई। 

√ वहीं कुछ ग्रामीणों ने ग्राम सभा नही होने पर अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि यहां कई वर्षों से ग्राम सभा नही हुई, जिससे हम ग्रामीणों को सरपंच सचिव से नाराजगी है। एक ओर जहां सभी पंचायतों में 2 अक्टूबर के दिन ग्राम सभा लगा वहीं हमारे पंचायत में कोई सभा नही रखी गई। 

√ यहां मवेशी बाजार और साप्ताहिक बाजार की नीलामी लगभग 15 वर्षों से न किया जाना तथा इन वर्षों में इन बाजारों से जो रकम आई होगी उसका पंचायत द्वारा क्या उपयोग किया गया है। उसकी जानकारी मांगने के लिए कई ग्रामीणों ने हमारे मध्यम से जनप्रतिनिधियों और जिम्मेदार अधिकारियों से सवाल किया है।

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