जगदलपुर : बस्तर के आसना ग्राम में स्थित बस्तर एकेडमी आफ डांस आर्ट एंड लिटरेचर (बादल), संस्थान में इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ से...
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जगदलपुर : बस्तर के आसना ग्राम में स्थित बस्तर एकेडमी आफ डांस आर्ट एंड लिटरेचर (बादल), संस्थान में इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ से संबद्ध होकर इस वर्ष प्रारंभ हुए पाठ्यक्रमों में प्रवेशित विद्यार्थियों के उत्साहवर्धन के लिए प्रवेशोत्सव का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बस्तर जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा थे। कार्यक्रम में नव प्रवेशी विद्यार्थियों का अतिथियों द्वारा तिलक एवं बैच लगाकर स्वागत किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि कवासी लखमा ने नए नव प्रवेशी विद्यार्थियों को बधाई दी और कहा कि छत्तीसगढ़ शासन की महत्वपूर्ण योजना बादल है, जिसके अंतर्गत बस्तर के रीति नीति व लोक संस्कृति को संरक्षित किया जा रहा है। इस वर्ष खैरागढ़ के संगीत विश्वविद्यालय से बस्तर के बादल का जुड़ना एक नई उपलब्धि है। उन्होंने बस्तर के सभी नागरिकों से बादल से संचालित सभी पाठ्यक्रमों का लाभ उठाने की बात कही। कार्यक्रम के दौरान बस्तर कलेक्टर चंदन कुमार ने बादल की उपलब्धियों के बारे में बताते हुए कहा कि बादल के द्वारा बस्तर की रीति नीति-परंपराओं का अभिलेखीकरण और नई पीढ़ी को शुद्ध रुप से हस्तांतरण की दिशा में लगातार कार्य किया जा रहा है, इसके अतिरिक्त बस्तर की शिल्पकलाओं के प्रशिक्षण भी लगातार आयोजित किए जाते रहे हैं।वर्तमान में इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ से जुड़ना बस्तर जिले के लिए एक नई उपलब्धि है, जिसमें सभी 5 पाठ्यक्रमों में 50 से अधिक विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है, उन्होंने बताया कि बादल में गायन और वादन शास्त्रीय गायन और शास्त्रीय वादन में प्रथमा एवं मध्यमा की कक्षा संचालित हैं, गीतांजलि सुगम संगीत में जूनियर और सीनियर वर्ग की कक्षा संचालित हैं, लोक संगीत में एक वर्षीय और द्विवर्षीय पाठ्यक्रम की कक्षाएं संचालित हैं और आर्ट अप्रिसीएसन चित्रकला में दो वर्ष का डिप्लोमा पाठ्यक्रम संचालित है। इस कार्यक्रम में बादल के कलाकारों के द्वारा विभिन्न संगीत प्रस्तुतियां भी दी गईं। कार्यक्रम के पश्चात सभी संकाय के विद्यार्थियों की कक्षाओं का संचालन भी किया गया। इस अवसर पर बादल की त्रैमासिक पत्रिका के द्वितीय अंक का विमोचन किया गया। कार्यक्रम में इंद्रावती विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल, उपाध्यक्ष राजीव शर्मा, नगर निगम सभापति कविता साहू, महापौर सफीरा साहू, मनोज श्रीवास्तव कुलपति बस्तर विश्वविद्यालय, बलबीर सिंह कच्छ संचालक आकाशवाणी एवं दूरदर्शन केन्द्र जगदलपुर, राजमोहन मलिक प्राचार्य बस्तर संगीत महाविद्यालय, डॉ. सुषमा झा, सुभाष श्रीवास्तव, नरेन्द्र पाढ़ी, बादल से जुड़े जनजाति समाज प्रमुखों, जनप्रतिनिधियों, कलाप्रेमी, साहित्यप्रेमी, कलाकार, गणमान्य नागरिकों और बादल के अधिकारी व कर्मचारी गणों की भी उपस्थिति रही। अंत में आस्था राजपूत नोडल अधिकारी बादल ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
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