Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ककनार राशन संचालक निलंबित, एसडीएम लोहंडीगुड़ा ने की कार्यवाही

• ग्रामीणों की शिकायत पर एसडीएम पहुंचे ककनार • कलेक्टर ने टीम गठित कर दिए थे जांच के आदेश • ग्रामीणों ने निलंबित सचिव ललित गौतम पर ग्राम सचि...

• ग्रामीणों की शिकायत पर एसडीएम पहुंचे ककनार
• कलेक्टर ने टीम गठित कर दिए थे जांच के आदेश
• ग्रामीणों ने निलंबित सचिव ललित गौतम पर ग्राम सचिवालय के कार्यों में हस्तक्षेप करने का लगाया आरोप



जगदलपुर : एसडीएम लोहंडीगुड़ा माया नंद चंद्रा ने हमारे द्वारा उजागर किए गए मामले पर कल 21 नवंबर को ककनार जाकर विशेष ग्राम बैठक कर कार्यवाही की। उनके द्वारा वहां के राशन दुकान के संचालन में घोर अनियमितता और ग्रामीणों के राशन को गबन करने का आरोप सही सिद्ध हुआ। जांच के पश्चात फोन द्वारा एसडीएम माया नंद चंद्रा ने बताया था कि उन पर कार्यवाही की गई है। 
बता दें इसके पहले 18 नवंबर को ककनार के सरपंच, उप सरपंच और एक चश्मदीद ग्रामीण जगदलपुर जाकर बस्तर कलेक्टर चंदन कुमार से मिले थे। जिसमें कलेक्टर से मिलने का समय खत्म होने के बाद जब उन्हें पता चला की ककनार जैसे दूरस्थ ग्राम से ग्रामीण उनसे मिलने आए हैं, उन्होंने विशेष रूप से मिलने के लिए ग्रामीणों को अपने चेंबर में बुलाया। कलेक्टर के बाद ग्रामीण बस्तर एसपी और संभागायुक्त के नाम आवेदन लेकर उनके कार्यालयों में भी गए। जहां अन्य अधिकारियों जैसे एसपी कार्यालय में सीएसपी और आयुक्त कार्यालय में उपायुक्त को आवेदन दिया गया।

कार्यवाही के बारे में जानकारी देते हुए, एसडीएम लोहंडीगुड़ा ने कहा कि 
"ग्राम पंचायत ककनार के लोग कमिश्नर साहब और कलेक्टर महोदय के यहां गए थे। और शिकायत किए हैं कि पिछले दो-तीन महीनों से उन्हें राशन ढंग से नहीं दिया जा रहा है और कम दिया जा रहा है। केंद्रीय कोटे से आया राशन भी ग्रामीणों को नहीं दिया जा रहा है। इस संबंध में कलेक्टर महोदय के आदेश पर एक टीम गठित कर हम गांव पहुंचे थे। जहां हमने लोगों के राशन कार्ड भी मंगवाए और आरोप सही पाया गया। शासकीय उचित मूल्य की दुकान ककनार के संचालक द्वारा राशन कम दिया जा रहा था। जांच के पश्चात तत्काल संचालक को निलंबित किया गया।" 
उन्होंने आगे कहा कि 
"उस पीडीएस दुकान को पास के ही गांव चंदेला में अस्थाई रूप से शिफ्ट किया गया है।" 
इसके बाद ककनार पंचायत में ही एक पुराने सचिव को निलंबन और रिकवरी के आदेश के बाद भी ग्राम सचिवालय में नए सचिव के होते हुए दस्तावेजों में हस्ताक्षर किए जाने के ग्रामीणों की शिकायत से हमने एसडीएम को अवगत कराया। निलंबित सचिव ललित गौतम है। इस विषय में बताते हुए एसडीएम ने कहा कि 
"कल जांच के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि पुराने सचिव आकर कागजों में दस्तखत कर दिए हैं। लेकिन उन्हें रजिस्टर में दस्तखत नहीं करना चाहिए क्योंकि वह निलंबित हो चुका है। इसकी विधिवत जांच की जा रही है और ग्राम के लोगों ने हमें शिकायत की है।"

Also Read :

No comments