• ग्राम पंचायत देउरगांव का मामला • केडीएफ के नाम से पूरे बस्तर में किया जाता है दुग्ध उत्पादों का विक्रय • फैक्ट्री से निकलने वाले दूषित पा...
• ग्राम पंचायत देउरगांव का मामला
• केडीएफ के नाम से पूरे बस्तर में किया जाता है दुग्ध उत्पादों का विक्रय
• फैक्ट्री से निकलने वाले दूषित पानी को बिना किसी योजना के ऐसे ही बहाया जा रहा है बगल के खेतों में
• दूषित पानी से पिछले तीन सालों से खेती नही कर पा रहे कृषक
• रहवासियों की शिकायत दूषित पानी की वजह से मक्खी और मच्छर बढे
• घरों में रहना और खाना भी हुआ मुश्किल
जगदलपुर (वेदांत झा) : तोकापाल के ग्राम पंचायत देउरगांव में स्थित खुशबू डेयरी फार्म के फैक्ट्री की शिकायत स्थानीय ग्रामीणों ने की है। ग्रामीणों ने कहा कि फैक्ट्री के बगल से निकलने वाले अतिरिक्त पानी के निस्तारण के लिए डेयरी फार्म संचालक द्वारा आज तक कोई विशेष ध्यान नहीं दिया गया है। जिसकी वजह से वहां सड़क किनारे ही जमा बदबूदार पानी से बिलबिलाते कीड़े देखे जा सकते हैं। यही पानी विगत तीन वर्षों से ओवरफ्लो होकर फैक्ट्री के पास के कृषि भूमि में इकट्ठा हो रहा है। जिसकी वजह से वे कृषक वहां तीन सालों से कोई फसल नही लगा पा रहे हैं। इस संबंध में केडीएफ के संचालक से बात करने पर उन्होंने कैमरे के सामने बात न करने की शर्त पर कहा कि मैंने लगातार दो वर्षों से खेत के मालिक को चौदह हजार रुपए की आर्थिक मदद खेती ना करने की मुआवजे के एवज में दिया है। इसी तरह दुर्गंध के विषय में पूछे जाने पर भी उन्होंने कहा कि हमारी ओर से जो भी किया जा सकता है वह हमने किया है और अगले दो दिनों के भीतर हम पाइप लाइन लगाकर पानी निकासी के लिए व्यवस्था करेंगे। लेकिन आज पर्यंत तक पाइप नही लगाया गया है। कृषि को नुकसान पहुंचाना और लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने के मामले में ऐसा गैरजिम्मेदाराना रवैया डेयरी फार्म के मालिक के रसूख और शासन प्रशासन के संरक्षण को उजागर तो करता ही है।
इस मामले में स्थानीय जिला पंचायत सदस्य और कृषि सभापति रैतू राम बघेल ने भी दुर्गंध और स्थानीय लोगों को हो रही परेशानी के लिए चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यही चित्रकोट जलप्रपात का मार्ग है और स्थानीय सांसद और विधायक भी इसी सड़क का उपयोग करते है लेकिन मामले पर कोई कार्यवाही नहीं करना समझ से परे है।
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