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धुरागांव में शराब फैक्ट्री बनाने, आए प्रस्ताव पर ग्रामीण हुए उग्र

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जगदलपुर (वेदांत झा): लोहंडीगुड़ा ब्लॉक से धूरागांव पंचायत में आज विशेष ग्राम सभा बुलाकर सरपंच और सचिव ने ग्रामीणों को जानकारी दी उनके ग्राम पंचायत में एक महुआ शराब फैक्ट्री बनाने की एक दुर्ग निवासी व्यक्ति द्वारा प्रस्ताव दिया गया है। इसके बारे में जानकारी मिलने पर ग्रामीणों ने तुरंत अपना असंतोष व्यक्त करते हुए, इस फैक्ट्री को लगाने पर विरोध किया। एक ओर पिछले दिनों विरोधी दल भाजपा द्वारा चित्रकोट जलप्रपात क्षेत्र में शासन द्वारा प्रस्तावित शराब बार बनाए जाने का विरोध किया था, और अब यह प्रस्ताव आने को स्थानीय भाजपा नेता लच्छू राम कश्यप ने छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लेते हुए, संबंधित पत्र को कांग्रेस सरकार से जोड़ा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन बस्तर में इस तरह शराब की फैक्ट्री और बार वगैरह बना कर यहां का माहौल खराब करने का काम कर रही है। यहां के युवाओं को शराब का लती बनाकर उनका भविष्य खराब करने की चाल चल रही है। इसका हम पुरजोर विरोध करते है। 



बता दें आज विशेष ग्राम सभा में एक व्यवसाई शुभांक चंद्राकर के पत्र पर चर्चा हुई, जिसमे उन्होंने ग्राम पंचायत धूरागांव में एक महुआ शराब डिस्ट्रिल उद्योग लगाने के लिए पंचायत के अनापत्ति प्रमाणपत्र दिए जाने के बारे में कहा था। ग्राम सचिव बासु राम कश्यप द्वारा उस पत्र को पढ़कर ग्रामीणों को सुनाया गया। जिसे ग्रामीणों ने एक सुर में नकार दिया। इसके बाद सभी ग्रामीणों की उपस्थिति में वहां इस उद्योग को बनाए जाने के विरोध में एक प्रस्ताव बनाकर उसपर सभी पंचों और गणमान्य नागरिकों का हस्ताक्षर लिया गया। 

आज हुए ग्राम सभा में आए धुरागाँव निवासी आनंद कश्यप ने कहा कि "हमने पहले भी टाटा स्टील का विरोध किया था, उसके बाद सरकार ने किसान की जमीन वापिस की, लेकिन अब सरकार किस कारण यहां इस तरह के छोटे छोटे उद्योग लगाने की कोशिश कर रही है। इसलिए हम गांव वाले किसी भी तरह के उद्योग को यहां लगने नही देंगे।" उन्होंने आगे कहा कि "पीढ़ियों से हम और हमारे पूर्वज यहां खेती किसानी करके रह रहे हैं, उसके बाद भी अब सरकार यहां शराब का उद्योग लगाना चाहती है, हम इसका विरोध करते है।"

वहीं एक महिला वार्ड पंच हाड़ीन ने कहा कि "यहां की महिलाएं और बुजुर्ग सभी ने एक साथ यही फैसला किया है कि यहां शराब फैक्ट्री नहीं बनने देंगे।"

जयसिंह बघेल ने कहा कि "हम लोग कई बार कलेक्टर साहब को जमीन के कागज में त्रुटि सुधार के लिए आवेदन दे चुके हैं, उसके बाद भी आज तक हमारे लिए कोई सुनवाई नहीं हुई। एक बाहरी व्यक्ति यहां शराब उद्योग खोलने के लिए आवेदन करता है उसके लिए गांव में कलेक्टर और बड़े बड़े अधिकारी आने के लिए तैयार हैं। इससे समझ आता है कि सरकार गरीबों के लिए कितना सोचती है।" पूर्व सरपंच महंगू राम कश्यप ने भी इस उद्योग के लिए विरोध किया। आज हुए ग्राम सभा में सरपंच दिप्ती कश्यप ने सभा की अध्यक्षता की।

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