जगदलपुर : प्रगतिशील लेखक संघ जगदलपुर द्वारा दिनांक 31जुलाई 2023 को प्रेमचंद जयंती पर उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर केंद्रित एक विचार गोष्...
जगदलपुर : प्रगतिशील लेखक संघ जगदलपुर द्वारा दिनांक 31जुलाई 2023 को प्रेमचंद जयंती पर उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर केंद्रित एक विचार गोष्ठी का आयोजन लाला जगदलपुरी केंद्रीय ज़िला ग्रंथालय ,जगदलपुर के युवोदय अकादमी कक्ष में किया गया। अध्यक्षता वरिष्ठ रंगकर्मी और प्रगतिशील लेखक संघ जगदलपुर के संरक्षक एम. ए. रहीम ने किया।
गोष्ठी का संचालन और आरंभ करते हुए जगदीश चंद्र दास ने कहा कि प्रेमचंद का साहित्य भारतीय समाज के यथार्थ का आईना है । उन्होंने अपनी कहानियों और उपन्यासों में भारत के किसान ,मज़दूर, ज़मींदार ,पूंजीपति और स्त्रियों का विश्वसनीय और सर्वथा यथार्थ परक चित्रण किया है। प्रेमचंद की विश्व प्रसिद्ध कफ़न कहानी का भावप्रवण पाठ एम.ए. रहीम ने किया।
रामेश्वर प्रसाद चंद्रा ने ईदगाह और पंच परमेश्वर कहानियों का ज़िक्र करते हुए कहा कि प्रेमचंद हमारे लिए सदैव प्रासंगिक रहेंगे।
डाॅक्टर सुनील कुमार श्रीवास्तव ने कफ़न कहानी के मुख्य चरित्रों घीसू और माधव की मनोदशा का विश्लेषण किया और कहा कि प्रेमचंद को पढ़ना और समझना बहुत ज़रूरी है।
प्रकाश चन्द्र जोशी ने कहा कि ब्रिटिश सरकार और तत्कालीन सामंती व्यवस्था के शोषण के खिलाफ प्रेमचंद ने लेखन को लड़ाई का हथियार बनाया। अपने साहित्य से वो जनता को शिक्षित और चेतनशील भी करते हैं।
मदन आचार्य ने कहा कि प्रेमचंद ने अपने लेखन में तत्कालीन सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक स्थितियों का यथार्थवादी चित्रण किया है और विश्व साहित्य में अपना स्थान बनाया। कफ़न कहानी की विस्तार से चर्चा उन्होंने की।
अध्यक्षीय वक्तव्य में एम ए रहीम ने प्रेमचंद के साहित्य से नयी पीढ़ी को परिचित कराने की महती ज़रुरत पर ज़ोर दिया।
इस आयोजन में कविता बिजौलिया और रमेश बिजौलिया भी उपस्थित थे।
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