जगदलपुर (विमलेंदु शेखर झा) : एक ओर जहां राज्य एवं केन्द्र की सरकारें गरीब जनता को सस्ता एवं निशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराने के लिए भरसक प्रय...
जगदलपुर (विमलेंदु शेखर झा) : एक ओर जहां राज्य एवं केन्द्र की सरकारें गरीब जनता को सस्ता एवं निशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराने के लिए भरसक प्रयास कर रही है, वहीं जिम्मेदार अधिकारी (कर्मचारी) एवं राशन दुकान के संचालकों के द्वारा सरकारों के प्रयासों को पलीता लगाने का कार्य कर रहे हैं।
ताजा मामले में दरभा ब्लॉक के ग्राम पंचायत केशापुर में संचालित उचित मूल्य की दुकान के संचालक द्वारा विगत 3 माह से खाद्यान्न का बंदरबांट किया जा रहा है। अपने चहेतों एवं ग्राम पंचायत के प्रभावशाली लोगो को खाद्यान्न का पूर्ण वितरण किया जा रहा है। वहीं आम गरीब जनता को उनके हक का पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न नही मिल पाया है। जब हमारे संवाददाता ने इस मामले की वस्तुस्थिति जानने के लिए ग्राम पंचायत केशापुर के ग्रामीणों से बात की तब उन्होंने हमारे संवादाता को बताया कि विगत 3 माह से खाद्यान्न नही मिल रहा है। जिस व्यक्ति को भी मिल रहा है, उसे पूरा खाद्यान्न नही मिल रहा है। बल्कि राशन दुकान संचालक के द्वारा आधा खाद्यान्न एवं आधे खाद्यान्न का पैसा दिया जा रहा है। जैसे की 35 किलो चावल में से 25 किलो चावल प्लस 200 रुपए प्रति ग्रामीणों को दिया जा रहा है। जब हमारे संवादाता ने राशन दुकान एवं वितरण पंजी का अवलोकन किया तो उन्होंने पाया की लगभग आधे से भी कम ग्रामीणों को खाद्यान्न वितरण के पश्चात जो आधे से अधिक ग्रामीणों का बचत खाद्यान्न राशन गोदाम ने होना चाहिए था, वह खाद्यान्न वहां से गायब था। जबकि विगत 3 माह से राशन दुकान संचालक के द्वारा पूर्ण खाद्यान्न का उठाव किया जा रहा है। किंतु आम गरीब जनता को पहुंचा कर राशन दुकान संचालक के द्वारा बंदरबांट किया जा रहा है। जब हमारे संवाददाता ने इस मामले को खाद्य नियंत्रक जी. एस. राठौर के संज्ञान में लाया तो उन्होंने वही रटा-रटाया जवाब दिया कि जांच करने के पश्चात कार्यवाही की जाएगी। अब सवाल यह उठता है कि 3 माह से उठाव किया गया खाद्यान्न आम गरीब जनता तक ना पहुंच कर किस वयक्ति के गोदाम में पहुंच गया है! क्या इस संबंध में भी प्रशासन कोई कार्यवाही करेगी ??
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