◆ झीरम घाटी में 25 मई 2013 को नक्सलियों ने कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर हमला कर दिया था। ◆ अब इस हमले की जांच छत्तीसगढ़ पुलिस करेगी। ◆ अब...
◆झीरम घाटी में 25 मई 2013 को नक्सलियों ने कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर हमला कर दिया था।
◆ अब इस हमले की जांच छत्तीसगढ़ पुलिस करेगी।
◆ अब तक इस हमले की जांच एनआईए कर रही थी।
जगदलपुर (विमलेन्दु शेखर झा ) :- झीरम घाटी (Jhiram Ghati) नक्सली हमले की जांच कर रही केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए की याचिका को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने खारिज कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट की ओर से एनआईए (NIA) की याचिका को खारिज करने के बाद अब इस नक्सली हमले की जांच छत्तीसगढ़ पुलिस कर सकेगी, कोर्ट ने छत्तीसगढ़ पुलिस को मामले की जांच करने की इजाजत दे दी है। हमले के प्रत्यक्षदर्शी और कांग्रेस नेता मलकीत सिंह गैंदू, शिव सिंह ठाकुर,राजीव नारंग और अन्य कांग्रेसी नेताओं ने सुप्रीम कोर्ट की ओर से आए इस फैसले का स्वागत किया गया है।
झीरम घाटी हमला, नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ कांग्रेस के कई नेताओं को मार दिया था
साल 2013... छत्तीसगढ़ में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने थे। पिछले 2 चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने जीत हासिल की थी और रमन सिंह मुख्यमंत्री थे। 10 सालों से सत्ता से दूर कांग्रेस इस बार जीतने के लिए पूरा जोर लगा रही थी। इसी कड़ी में कांग्रेस ने पूरे राज्य में परिवर्तन यात्रा निकालने की तैयारी की। 25 मई के दिन कांग्रेस ने सुकमा में परिवर्तन रैली आयोजित की।
रैली खत्म होने के बाद कांग्रेस नेताओं का काफिला सुकमा से जगदलपुर जा रहा था। काफिले में करीब 25 गाड़ियां थीं, जिनमें 200 नेता सवार थे। सबसे आगे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, उनके बेटे दिनेश पटेल और कवासी लखमा अपने-अपने सुरक्षा गार्ड्स के साथ थे। इनके पीछे महेन्द्र कर्मा और मलकीत सिंह गैदू की गाड़ी थी। इस गाड़ी के पीछे बस्तर के तत्कालीन कांग्रेस प्रभारी उदय मुदलियार कुछ अन्य नेताओं के साथ चल रहे थे। देखा जाए तो छत्तीसगढ़ कांग्रेस के सभी टॉप नेता इस काफिले में शामिल थे।
सुनिए और देखिए एवं एहसास भी करिए उस मंजर में इन्होंने क्या देखा था ,,,,,,,
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