जगदलपुर : एक ओर जहां किसानों की समृद्धि एवं उन्नति के लिए राज्य एवं केंद्र की सरकारें बहुतेरे प्रयास कर कर रही है, इस तारतम्य में छत्तीसगढ़...
जगदलपुर : एक ओर जहां किसानों की समृद्धि एवं उन्नति के लिए राज्य एवं केंद्र की सरकारें बहुतेरे प्रयास कर कर रही है, इस तारतम्य में छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार किसानों की समृद्धि एवं उन्नति के लिए 3100 रुपए में धान की खरीदी भी कर रही है। वहीं जमीनी अमला शासन प्रशासन के प्रयासों को पलीता लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है।
ऐसा ही एक मामला विकासखंड लोहंडीगुड़ा के अंतर्गत आने वाले दो धान खरीदी केंद्रों ककनार एवं मारडूम में दिखाई पड़ता है। जहां किसानों से धान खरीदी केंद्र में खुले आम लूट हो रही है। प्रत्येक बारदानो में 40 किलोग्राम धान लिया जाना है, लेकिन किसानों से डेढ़ किलो से 3 किलोग्राम तक अतिरिक्त धान लिया जा रहा है। अब सवाल यह उठता है कि अगर ऐसे भ्रष्टाचारियों पर कोई लगाम नहीं लगाई जाएगी, और कोई प्रशासनिक कार्यवाही नहीं होती है, तब ऐसे में लूट करने वालों को कौन रोक सकता है। इस मामले को केवल 3 किलो धान ज्यादा लेने का न समझ कर, हजारों क्विंटलों में हो रहे बड़े पैमाने के भ्रष्टाचार के रूप में देखकर मामले की संजीदगी को समझना और इसे रोकना बहुत जरूरी हो गया है। शासन द्वारा योजना तो अच्छी बनाई जाती है लेकिन उसका क्रियान्वयन यदि इतने बड़े भ्रष्टाचार पर किया जाए तो ये गंभीर विचारणीय विषय है।
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