• आरोपियों द्वारा सिंदूर और मधुरस बेचने के नाम पर गाँवो में घूम-घूमकर करते हैं चोरी, • सुना मकान होता था इनका टारगेट, दिन दहाड़े देते हैं घ...
• आरोपियों द्वारा सिंदूर और मधुरस बेचने के नाम पर गाँवो में घूम-घूमकर करते हैं चोरी,
• सुना मकान होता था इनका टारगेट, दिन दहाड़े देते हैं घटना को अंजाम,
• आरोपियों के कब्जे से 01 नग देशी कट्टा, 01 नग जिंदा कारतूस, 09 नग बुलेट, 01 नग सोने का मंगलसूत्र लाकेट, 04 सोने क़ा गेंहू दाना, 01 सोने की अंगूठी, 03 चांदी क़ा पायल, 01 चांदी का बाजुबंध, 01 नग चांदी क़ा करधन, 01 नग मोबाइल फोन (प्रार्थी क़ा चोरी हुआ), 05 नग अन्य मोबाइल फोन, 02 नग मोटरसायकल, जप्त किया गया।
जगदलपुर : मामले का विवरण इस प्रकार है कि दिनांक 06.01.2024 को प्रार्थी वीरेंद्र कुमार पांडे थाना आकर लिखित रिपोर्ट दर्ज कराया की दिनांक 5 जनवरी को उसके दोनो बच्चे स्कूल पढ़ने गये थे और प्रार्थी व उसकी पत्नी घर पर ताला लगाकर समाज में हुए दुःख के कार्यक्रम में ग्राम जिराखाल गये थे, तथा वहां से दोपहर करीबन 03:15 बजे वापस आये तो उन्होंने देखा कि घर के दोनों दरवाजों पर लगे ताले टूटे हुए हैं, और घर के आलमारी को तोड़कर कोई अज्ञात चोर आलमारी में रखे नगदी रकम और सोने-चांदी के आभूषणों व मोबाइल फोन को चोरी कर ले गया है। दिन दहाड़े हुए इस चोरी की घटना पर बस्तर पुलिस अधीक्षक शशिमोहन सिंह द्वारा ज्वाइन करते ही गंभीरता से संज्ञान लेते हुए त्वरित कार्यवाही करने निर्देशित किया गया। जिसके बाद थाना बकावण्ड प्रभारी निरीक्षक दिनेश यादव के नेतृत्व में एक टीम गठित कर, लगातार cctv फुटेज खंगालते हुए और संदिग्ध लोगो से पूछताछ किया गया। जो ग्राम तुम्बेरला थाना पापड़ाहंदी ओड़िसा निवासी प्रताप जानी, चैतू जानी और सरस्वती जानी को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर तीनों ने अपना अपना अपराध कबूल करते हुए बताया की दिनांक 5 जनवरी को तीनों ने छतीसगढ़ जाकर सुने मकान में चोरी की योजना बनाई थी। प्रताप जानी अपने पास एक देशी कट्टा रखकर, दो मोटर सायकिल में सवार होकर अपना मोबाइल फ्लाइट मोड में डालकर ओड़िसा से छत्तीसगढ़ सिंदूर बेचने के बहाने से आये और जब ग्राम पाहुरबेल में देखा कि स्कूल के सामने वाले घर पर ताला लगा हुआ है तो प्रताप जानी और चैतु जानी दोनो अपनी अपनी मोटर साइकल सड़क के किनारे खड़ी करके सरस्वती जानी को आने जाने वाले लोगो पर निगाह रखने, बोलकर दोनो, प्रार्थी के घर के पीछे के दरवाजे से घुसकर घर के अंदर में लगे दरवाजे को वहीं पास में पड़े सब्बल लेकर तोड़कर अंदर घुसे और घर के अंदर रखे आलमारी में रखे सोने-चांदी के आभूषण, नगदी रकम 01 लाख तथा मोबाइल फोन को चोरी करके पीछे के दरवाजे से निकलकर वापस अपने घर चले गये।
पुलिस को कोई शक ना हो इसलिए इनके द्वारा छत्तीसगढ़ में कोई भी मोबाइल फोन उपयोग नही किया और पुलिस को गुमराह करने के लिए चोरी किये हुए प्रार्थी के मोबाइल सीम को अन्य जगह से चोरी किये हुए मोबाइल में डालकर बंद कर दिया गया। आरोपियों के निशानदेही से 06 नग मोबाइल मय प्रार्थी का वीवो मोबाइल फोन के 01 नग् देशी कट्टा, 01 नग कारतूस, 09 नग बुलेट, 04 नग सोने क़ा गेहूं दाना, 01 नग सोने का लाकेट, 01 नग सोने कि अन्गूठी, 03 नग चांदी का पायल, 01 नग चांदी का बाजुबंध, 01 नग चांदी क़ा करधन, 02 नग मोटरसायकल को जप्त किया गया। आरोपियों द्वारा चोरी किये गये नगदी रकम को अपने खाने पीने व घर गृहस्थी के काम में खर्च कर दिये। आरोपियों के विरुद्ध पर्याप्त साक्ष्य पाये जाने से आरोपियों को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय पेश कर न्यायिक रिमांड पर भेजी जाती है। उक्त कार्यवाही में थाना बकावण्ड के स उ नि मधुसूदन ठाकुर, प्रधान आरक्षक मोहन कश्यप, मौसम गुप्ता (सायबर सेल), आरक्षक अनामिका सुमेर, बलीराम भारती, जगत कश्यप क्का विशेष योगदान रहा। उक्त व्यक्तियों से चोरी का माल लगभग 6 लाख रुपए का जब्त किया गया है।
पुलिस अधीक्षक बस्तर के साथ ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक माहेश्वर नाग व पुलिस अनुविभागीय अधिकारी भानपुरी घनश्याम कामड़े के द्वारा लगातार पर्यवेक्षण करते हुए मार्गदर्शन दिया गया।
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