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वह पूर्ण संत कौन है जिसकी शरण ग्रहण करने से जन्म-मरण समाप्त हो जाता है।

जगदलपुर (विमलेन्दु शेखर झा ) - बस्तर जिले के लोहंडीगुड़ा हाई स्कूल मैदान में रविवार 03 मार्च 2024 को जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ...

जगदलपुर (विमलेन्दु शेखर झा) - बस्तर जिले के लोहंडीगुड़ा हाई स्कूल मैदान में रविवार 03 मार्च 2024 को जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में एक दिवसीय विशाल सत्संग का आयोजन हुआ। सत्संग LED (T.V.) के माध्यम से दिखाया गया इस कार्यक्रम में अनेकों श्रद्धालु सत्संग सुनने के लिए पहुंचे। जब हम संत रामपाल जी महाराज के सत्संग में पहुंचे तो हमे संत जी के प्रवचनों से पता चला एक समय में, पृथ्वी पर केवल एक पूर्ण संत होता है।


पवित्र वेदों, पवित्र गीता और अन्य पवित्र ग्रंथों में इस बात का प्रमाण हैं कि जब भी धर्माचरण में गिरावट होती है और अधर्म की वृद्धि होती है, तब भगवान स्वयं इस पृथ्वी पर प्रकट होते हैं या अपने परम ज्ञानी संत को भेज कर सत्य ज्ञान के माध्यम से धर्म का पुनः उत्थान करते हैं। वह शास्त्रों के अनुसार सतभक्ति प्रदान करता है।


संत रामपाल जी महाराज आध्यात्मिक क्रांति का आगाज कर रहे हैं। उन्होंने हर पवित्र शास्त्र से सच्चा ज्ञान प्रकट किया है और अपने अनुयायियों को भक्ति की सही विधि प्रदान कर रहे है। इसी सतभक्ति के कारण ही सभी अनुयायी भक्ति का सही लाभ प्राप्त कर रहे हैं। एक तो लोग इस दुनिया में बिना किसी दुख, बीमारी, असंतोष आदि के एक संतोषजनक जीवन जी रहे हैं, दूसरे वे मुक्ति के योग्य बन जाते हैं। वास्तव में, सांसारिक सुख इस भक्ति का उपोत्पाद हैं। 


मनुष्य जीवन का मुख्य उद्देश्य मुक्ति या मोक्ष है ताकि जन्म और मृत्यु के इस दुख और चक्र को हमेशा के लिए समाप्त कर दिया जाए। तो किन्ही कारणों से, यदि कोई व्यक्ति संत रामपाल जी से दीक्षा लेता है, तो वह वास्तविक घर सतलोक (शाश्वत स्थान) तक पहुँचने के योग्य हो जाता है और उसे आवश्यक सांसारिक लाभ भी प्राप्त होते हैं। 


सत्संग सम्पूर्ण होने के बाद चाय बिस्कुट की व्यवस्था की गई थी तथा कुछ इच्छुक श्रद्धालुओं ने संत रामपाल जी महाराज जी के ज्ञान से प्रेरित होकर निःशुल्क नाम उपदेश भी लिया।




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