जगदलपुर (वेदांत झा) : इस बार बस्तर लोकसभा में भाजपा और कांग्रेस जैसी मुख्य धारा की पार्टियों को निर्दलीय प्रत्याशी भी खासा टक्कर देने की को...
जगदलपुर (वेदांत झा) : इस बार बस्तर लोकसभा में भाजपा और कांग्रेस जैसी मुख्य धारा की पार्टियों को निर्दलीय प्रत्याशी भी खासा टक्कर देने की कोशिश में हैं। अब तक का चुनावी समीकरण यही रहा है कि पूरे लोकसभा क्षेत्र में केवल भाजपा और कांग्रेस की ही खबरें चल रही हैं, वहीं कुछ अन्य दलों ने भी कई क्षेत्रों में अपनी मजबूत दावेदारी पेश की है। इन्ही सब के बीच आज हमारी मुलाकात जगदलपुर स्थित चौपाटी के पास एक युवा से हुई। यह युवा बस्तर जैसे बड़े संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपनी किस्मत आजमा रहे डॉ प्रकाश कुमार गोटा से हुई। यूं तो ये अपने चुनाव को लेकर यहां लोगों से चर्चा करने मौजूद थे, तो हमने भी उनसे चुनावी रणनीति को लेकर चर्चा की। इसी बीच हमे इनकी मार्मिक संघर्ष की कहानी भी पता चली। डॉ गोटा के पिता बीजापुर के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में एक समय में सलवा जुडूम आंदोलन में अग्रणी नेता के रूप में कार्य कर रहे थे। जिसकी वजह से नक्सलियों ने उन्हें मार दिया था। उसके बाद प्रकाश कुमार गोटा ने संघर्ष करके किसी तरह कीर्घिस्तान जाने में सफलता पाई और वहां से उन्होंने एमबीबीएस करके कार्यरत थे।
32 वर्षीय प्रकाश कुमार गोटा ने इतनी कम उम्र में बस्तर के विभिन्न मुद्दों को लेकर हमसे चर्चा की। बतादें डॉ गोटा के भाई पर पिछले वर्ष अगस्त माह में नक्सलियों ने एक घातक हमला कर दिया था। जिसके बाद से ही उनकी स्थिति बहुत नाज़ुक थी, जिसके लिए पूरा परिवार रायपुर में उनके इलाज के लिए जी जान से लगा हुआ है। अगर डॉ प्रकाश कुमार गोटा की बात की जाए तो वे भयंकर त्रासदी से निकल कर अपनी शिक्षा और सम्मानजनक पेशे में जाने वाले बस्तर के तमाम मुद्दों पर इन रिनोनबाट करते हैं।
No comments