सुकमा : जिले के जगरगुंडा थाना क्षेत्र अंतर्गत नक्सल प्रभावित भीमापुरम गांव में आज सुबह एक दर्दनाक घटना घटी। नक्सलियों द्वारा जबरन ग्रामीण क...
सुकमा : जिले के जगरगुंडा थाना क्षेत्र अंतर्गत नक्सल प्रभावित भीमापुरम गांव में आज सुबह एक दर्दनाक घटना घटी। नक्सलियों द्वारा जबरन ग्रामीण के घर में छिपाकर रखे गए आईईडी में जोरदार विस्फोट हुआ, जिससे दो महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गईं।
घटना का विवरण:
रविवार सुबह, भीमापुरम गांव में उस समय अफरातफरी मच गई जब एक घर में छिपाकर रखे गए आईईडी में अचानक विस्फोट हो गया। विस्फोट इतना तीव्र था कि इसके प्रभाव से एक महिला का पैर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और दूसरी महिला भी गंभीर रूप से घायल हो गई। बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने बंदूक के बल पर ग्रामीण के घर में आईईडी रखने का दबाव डाला था। गांव वालों ने इसका विरोध किया, लेकिन नक्सलियों ने जबरदस्ती इसे घर में छिपा दिया।
चश्मदीदों की गवाही:
मिली जानकारी के अनुसार, एक महिला के पैर के चिथड़े उड़ गए हैं, जबकि दूसरी महिला को भी गंभीर चोटें आई हैं। घायल महिलाओं को अस्पताल ले जाने की कोशिश की जा रही है। गांव के लोगों ने बताया कि नक्सलियों ने धमकी देकर आईईडी को घर में रखवाया था, जिससे पूरा गांव आतंकित था।
प्रशासन की प्रतिक्रिया:
सुकमा पुलिस ने विस्फोट की जानकारी मिलने के बाद तुरंत कार्रवाई की। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घटना की तस्दीक की जा रही है और मामले की जांच की जा रही है। पुलिस ने कहा कि इस तरह की घटनाओं से ग्रामीणों में डर का माहौल पैदा हो रहा है और उन्हें सुरक्षा प्रदान करने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
ग्रामीणों की सुरक्षा पर सवाल:
इस घटना ने एक बार फिर से ग्रामीण इलाकों में नक्सली गतिविधियों और वहां रहने वाले लोगों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। नक्सलियों द्वारा की जाने वाली इस प्रकार की हिंसक घटनाओं से न केवल ग्रामीणों का जीवन संकट में पड़ रहा है, बल्कि उनके मानसिक स्वास्थ्य पर भी गहरा प्रभाव पड़ रहा है। प्रशासन और सुरक्षा बलों के सामने चुनौती है कि वे इन इलाकों में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करें।
इस घटना ने एक बार फिर से साबित कर दिया है कि नक्सली समस्या का समाधान तत्काल आवश्यक है ताकि निर्दोष ग्रामीण सुरक्षित रह सकें और उन्हें भय मुक्त जीवन जीने का अधिकार मिल सके।
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