• स्वास्थ्य विभाग के कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल...... • बकावण्ड ब्लाक के बी एम ओ ने नियम कानून को ताक में रख कर नियम विरुद्ध लिया एक तरफा न...
• स्वास्थ्य विभाग के कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल......
• बकावण्ड ब्लाक के बी एम ओ ने नियम कानून को ताक में रख कर नियम विरुद्ध लिया एक तरफा निर्णय.......
जगदलपुर : स्वास्थ्य विभाग ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अन्तर्गत उपयोग में पिछले कई वर्षों से आ रही वाहन का मासिक किराया रोकते हुए, वाहन को कार्य से ही हटा दिया। दरअसल स्वास्थ्य विभाग द्वारा विकासखंड बकावंड के अंतर्गत जुलाई 2016 से मई 2024 तक कार्यरत वाहन को तीन माह का भुगतान किए बिना ही हटा दिया।
आवेदक बी एन राव द्वारा आयुक्त बस्तर संभाग को प्रेषित पत्र |
वाहन मालिक बी एन राव ने बकावंड बीएमओ पर गंभीर आरोप लगाते हुए, संभाग आयुक्त को एक पत्र लिखा था। जिसपर संभाग आयुक्त कार्यालय से जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को एक पत्र भेजा गया जिसपर मामले को गंभीरता से लेते हुए, आवश्यक कार्यवाही करने का निर्देश आयुक्त श्याम धावड़े द्वारा दिया गया है।
बता दें बी एन राव ने अपने पत्र में बकावंड बीएमओ का जिक्र करते हुए, छः माह के भुगतान में से कमीशन की मांग किए जाने का आरोप लगाया। प्रार्थी राव द्वारा कमीशन देने से इंकार करने पर कार्यरत वाहन को हटा दिया गया। केवल तीन माह का भुगतान करके बचे तीन माह का भुगतान नहीं किया जा रहा है। ऐसा आरोप बी एन राव ने अपने लिखे पत्र में लगाया है।
आयुक्त बस्तर संभाग द्वारा सीएमएचओ कार्यालय में प्रेषित पत्र। |
उन्होंने बताया कि इस कार्य में लगी वाहनों के संचालन के लिए जिन नियमों का पालन किया जाना था, उसे भी अधिकारी द्वारा नए वाहन के मालिक के साथ सांठ गांठ करके दरकिनार किया जा रहा है। उन्होंने पत्र में विवरण दिया कि इस कार्य में उपयुक्त वाहन का कमर्शियल वाहन के रूप पंजीकृत, टैक्सी परमिट और पिटनीस का होना आवश्यक है। प्रार्थी बी एन राव ने आरोप लगाया कि यह सब नहीं होने के बावजूद बीएमओ बकावंड द्वारा एक निजी वाहन को राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत उपयोग में लाया जा रहा है। अपने पत्र में उन्होंने संभाग आयुक्त से मामले को संज्ञान में लेते हुए, बाकी भुगतान करवाकर, वाहन को फिर से स्वास्थ्य विभाग के कार्य में लगाने का आवेदन किया है।
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