रायपुर : गिरौदपुरी, जो सतनाम समाज के प्रवर्तक बाबा गुरु घासीदास की तपोभूमि है, अब एक विवाद का केंद्र बन गया है। यहां स्थित अमर गुफा और महको...
रायपुर : गिरौदपुरी, जो सतनाम समाज के प्रवर्तक बाबा गुरु घासीदास की तपोभूमि है, अब एक विवाद का केंद्र बन गया है। यहां स्थित अमर गुफा और महकोनी मंदिर परिसर में 15-16 मई की रात को असामाजिक तत्वों ने जमकर तोड़फोड़ की। इस घटना से आहत सतनामी समाज ने न्याय की मांग की और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
घटना के विरोध में लगभग दस हजार लोगों ने कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया और वहां खड़ी गाड़ियों में आग लगा दी²। समाज ने सीबीआई जांच की मांग की है, जिससे इस घटना की गहराई से जांच हो सके।
प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा ने इस मामले में न्यायिक जांच की घोषणा की है और कहा है कि सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाली घटनाओं को प्रदेश में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बलौदाबाजार के एसपी ने मीडिया से चर्चा के दौरान घटनाक्रम की जानकारी दी।
जैतखाम, जो सतनामी पंथ के ध्वज का नाम है और उनके संप्रदाय का प्रतीक है, इस घटना में क्षतिग्रस्त हो गया है। यह उनके कार्य, विजय, पवित्रता और आस्था से जुड़ा हुआ है। समाज के लोगों का कहना है कि इस घटना से उनकी आस्था को गहरा आघात पहुंचा है और वे इसे अपने समाज के प्रति अपमान के रूप में देख रहे हैं।
सतनामी समाज ने आरोपियों की गिरफ्तारी और इस घटना की न्यायिक जांच की मांग की है, ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके और समाज में शांति बहाल की जा सके।
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