नवा रायपुर : छत्तीसगढ़ शासन के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा आज जारी एक महत्वपूर्ण आदेश में राज्य के विभिन्न वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को नई जि...
नवा रायपुर : छत्तीसगढ़ शासन के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा आज जारी एक महत्वपूर्ण आदेश में राज्य के विभिन्न वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को नई जिम्मेदारियां सौंपने की घोषणा की गई है। इस आदेश के तहत निम्नलिखित प्रशासनिक फेरबदल किए गए हैं:
1. श्री रजत बंसल (आईएएस, 2012) - वर्तमान में वाणिज्यिक कर (जी.एस.टी.) के आयुक्त और प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के संचालक के रूप में कार्यरत श्री बंसल को अब आयुक्त, मनरेगा का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है। उनके व्यापक अनुभव और कुशलता को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
2. श्री कुलदीप शर्मा (आईएएस, 2014) - वर्तमान में पाठ्य पुस्तक निगम के प्रबंध संचालक और खाद्य एवं औषधी प्रशासन के नियंत्रक के रूप में कार्यरत श्री शर्मा को अब रजिस्ट्रार, सहकारी संस्थाएं का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है। यह कदम उनके प्रशासनिक कौशल को और अधिक व्यापक बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है।
3. सुश्री नम्रता जैन (आईएएस, 2019) : वर्तमान में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, रायपुर की मिशन संचालक के रूप में कार्यरत सुश्री जैन को अस्थाई रूप से आगामी आदेश पर्यन्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत, सुकमा के पद पर पदस्थ किया गया है। उनकी युवा ऊर्जा और नवाचार के प्रति समर्पण को देखते हुए यह परिवर्तन किया गया है।
दंतेवाड़ा की बेटी नम्रता जैन बनीं जिला पंचायत सुकमा की मुख्य कार्यपालन अधिकारी
दंतेवाड़ा जिले के गीदम शहर की रहने वाली नम्रता जैन ने एक बार फिर अपने गृह राज्य का नाम रोशन किया है। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जारी आदेश के अनुसार, नम्रता जैन को जिला पंचायत, सुकमा की मुख्य कार्यपालन अधिकारी नियुक्त किया गया है। यह उनके करियर में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
नम्रता जैन ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गीदम शहर से ही पूरी की। इसके बाद, उच्च शिक्षा के लिए वे दुर्ग चली गईं। भिलाई से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद, उन्होंने सिविल सेवा की परीक्षा देने का फैसला किया।
साल 2015 में पहली बार यूपीएससी परीक्षा में असफलता के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी। 2016 में उन्होंने पुनः परीक्षा दी और इस बार सफलता प्राप्त कर मध्य प्रदेश कैडर की आईपीएस अधिकारी बनीं। लेकिन नम्रता का सपना हमेशा से आईएएस बनने का था। उन्होंने अपने इस सपने को साकार करने के लिए 2018 में फिर से परीक्षा दी और ऑल इंडिया रैंक 12 के साथ आईएएस बनीं।
नम्रता जैन अपनी सफलता और संघर्ष की कहानियों को सोशल मीडिया पर भी साझा करती हैं, जहां वे बुलेट चलाते और बंदूक चलाते हुए नजर आती हैं। वे न केवल शिक्षा के क्षेत्र में बल्कि अपने आत्मविश्वास और साहस के साथ भी एक मिसाल पेश करती हैं।
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