जगदलपुर : बस्तर में पिछले वर्ष डेंगू के प्रकोप से लोगों को काफी तकलीफों का सामना करना पड़ा था, और इस वर्ष भी डेंगू के फैलने की संभावना को ल...
जगदलपुर : बस्तर में पिछले वर्ष डेंगू के प्रकोप से लोगों को काफी तकलीफों का सामना करना पड़ा था, और इस वर्ष भी डेंगू के फैलने की संभावना को लेकर चिंता बढ़ गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर इस साल भी डेंगू का प्रकोप हुआ, तो स्थिति बेहद गंभीर हो सकती है।
डेंगू के मरीजों को प्लेटलेट्स की आवश्यकता होती है, लेकिन वर्तमान स्थिति में ब्लड डोनर की कमी के कारण इस आवश्यकता को पूरा करना मुश्किल हो गया है। कई लोग हाल ही में ब्लड डोनेट कर चुके हैं और उन्हें अगले तीन महीने तक फिर से डोनेट करने की अनुमति नहीं है। इस कारण, डेंगू के संभावित प्रकोप से निपटना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
इस स्थिति को देखते हुए, जगदलपुर के महारानी अस्पताल या मेडिकल कॉलेज में Component Separation Unit (CSU) मशीन की आवश्यकता है। शहर के जागरूक नागरिक और रक्त दान के लिए लगातार आवाज उठाने वाले एक समाजसेवी ने जानकारी दी कि "हमने पिछले डेंगू पीरियड के दौरान पूर्व कलेक्टर को इस समस्या से अवगत कराया था, लेकिन अब तक कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई है। फिलहाल, पूरे बस्तर संभाग में केवल MPM हॉस्पिटल में ही यह मशीन उपलब्ध है, जिसका खर्च 15,000 रुपये से अधिक है। यह आम नागरिकों के लिए एक बड़ी आर्थिक चुनौती है।"
यदि डेंगू का प्रकोप होता है, तो क्या बस्तर के प्रत्येक नागरिक इस स्थिति से निपटने में सक्षम होंगे? यह सवाल अब सभी के सामने है और इसके समाधान के लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है। जागरूक नागरिक और स्वास्थ्य विभाग मिलकर इस गंभीर समस्या का समाधान निकालने की कोशिश कर रहे हैं ताकि आने वाले समय में किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटा जा सके।
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