नई दिल्ली: कुवैत के अहमदी गवर्नरेट के मंगाफ क्षेत्र में स्थित एक आवासीय इमारत में बुधवार तड़के लगी आग से कम से कम 41 लोगों की मौत हो गई, जि...
नई दिल्ली: कुवैत के अहमदी गवर्नरेट के मंगाफ क्षेत्र में स्थित एक आवासीय इमारत में बुधवार तड़के लगी आग से कम से कम 41 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 40 भारतीय श्रमिक शामिल हैं. इस घटना ने न केवल कुवैत बल्कि पूरे भारतीय समुदाय को गहरे शोक में डुबो दिया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस दुखद घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त की है और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। उन्होंने इस घटना की तत्काल समीक्षा के लिए एक इमरजेंसी मीटिंग भी बुलाई।
मुआवजे का एलान:
प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतक भारतीय नागरिकों के परिवारों को 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की.
विदेश राज्य मंत्री की कुवैत यात्रा:
विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह आज कुवैत के लिए रवाना हो रहे हैं। उनका मुख्य उद्देश्य आग त्रासदी में झुलसे भारतीयों की सहायता की निगरानी करना और मारे गए लोगों के शवों को शीघ्र स्वदेश लाने के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय करना है.
कुवैत प्रशासन की कार्रवाई:
कुवैत के आंतरिक मामलों के मंत्री शेख़ फ़हद अल-यूसुफ अल-सबाह ने इमारत के मालिक और उसमें रहने वाले श्रमिकों की कंपनी के मालिक को गिरफ़्तार करने का आदेश दिया है². उन्होंने इस घटना को कंपनी और बिल्डिंग मालिकों की लालच का नतीजा बताया और भविष्य में इसी तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कार्रवाई की बात कही.
भारतीय दूतावास की पहल:
भारतीय दूतावास ने घायलों और मृतकों के परिजनों के लिए एक हेल्पलाइन नंबर +965-65505246 जारी किया है. दूतावास ने घटनास्थल और अस्पतालों का दौरा कर घायलों की स्थिति की जानकारी दी और उन्हें उचित इलाज सुनिश्चित करने की बात कही.
इस घटना ने विदेश में काम कर रहे भारतीय श्रमिकों की सुरक्षा के मुद्दे को एक बार फिर से उजागर किया है। इस त्रासदी के बाद भारत सरकार और कुवैत प्रशासन दोनों ही इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए और अधिक सख्त कदम उठाने की दिशा में काम कर रहे हैं।
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