नई दिल्ली: नीट-यूजी 2024 के परिणामों को लेकर मचे विवाद के बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने इस परीक्षा...
नई दिल्ली: नीट-यूजी 2024 के परिणामों को लेकर मचे विवाद के बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने इस परीक्षा में अनियमितताओं की जांच सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त अधिकारियों से कराने की मांग की है। सिब्बल ने यह भी सुझाव दिया कि भविष्य में इस परीक्षा को सुचारू रूप से आयोजित करने के लिए सरकार को सभी राज्यों के साथ गहन विचार-विमर्श करना चाहिए।
कपिल सिब्बल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब किसी परीक्षा में जांच प्रणाली भ्रष्ट हो जाती है, तो ऐसे मामलों में प्रधानमंत्री का चुप रहना उचित नहीं है। उन्होंने इस मुद्दे को संसद के आगामी सत्र में उठाने का आह्वान किया, लेकिन उन्होंने आशंका जताई कि सरकार इस मुद्दे पर चर्चा नहीं होने देगी, यह कहकर कि मामला न्यायालय में विचाराधीन है।
सिब्बल का यह बयान नीट-यूजी 2024 के परिणामों में कथित गड़बड़ियों के मद्देनजर आया है, जहां कई छात्रों और अभिभावकों ने परीक्षा के संचालन और परिणामों में अनियमितताओं का आरोप लगाया है। इन आरोपों की पृष्ठभूमि में सिब्बल ने पारदर्शी और निष्पक्ष जांच की आवश्यकता पर बल दिया है।
उन्होंने कहा कि एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा में इस तरह की अनियमितताओं को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता और इसे तुरंत और प्रभावी तरीके से सुलझाने की आवश्यकता है। इसके साथ ही, उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर सभी राजनीतिक दलों को एकजुट होकर काम करना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी समस्याओं का सामना न करना पड़े।
इस मुद्दे को लेकर छात्रों और अभिभावकों में काफी रोष है और वे उचित न्याय की मांग कर रहे हैं। अब देखना यह है कि सरकार और न्यायपालिका इस मामले में क्या कदम उठाती हैं और कैसे इस विवाद का समाधान निकाला जाता है।
No comments