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नक्सलियों का कहर:15 लोगों को गांव से भगाया, मुख्यालय में ली शरण

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नारायणपुर : जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार आई है, नक्सली लगातार हिंसक गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। हाल ही में एक और घटनाक्रम ने ग्रामीणो...

नारायणपुर: जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार आई है, नक्सली लगातार हिंसक गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। हाल ही में एक और घटनाक्रम ने ग्रामीणों के बीच दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। नारायणपुर जिले के कोहकामेटा थाना क्षेत्र में नक्सलियों ने एक ही परिवार के 15 सदस्यों को उनके गांव से भगा दिया है।



एक सप्ताह पहले ही नक्सलियों ने इस परिवार के दो सदस्यों की हत्या कर दी थी। इस निर्मम हत्या के बाद से परिवार के बाकी सदस्य सदमे और डर में जी रहे थे। अब, उन्हें जबरन गांव से निकाल दिया गया, जिससे उन्हें नारायणपुर मुख्यालय के रैन बसेरा में शरण लेनी पड़ी है।


परिवार के सदस्यों का कहना है कि उन्हें नक्सलियों से जान का खतरा है और प्रशासन की तरफ से कोई सहायता नहीं मिल रही है। स्थानीय प्रशासन की निष्क्रियता ने उनके हालात और भी विकट बना दिए हैं। 


यह घटना अबूझमाड़ के मसपुर इलाके में भी एक ग्रामीण की हत्या के बाद सामने आई है, जिससे साफ जाहिर होता है कि नक्सली अपने वर्चस्व को बनाए रखने के लिए निर्दोष ग्रामीणों को निशाना बना रहे हैं।


ग्रामीणों की मदद की मांग


नक्सलियों के इस अत्याचार के बाद, प्रभावित परिवार और स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल सुरक्षा और मदद की मांग की है। उन्होंने अपील की है कि सरकार और सुरक्षाबल जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करें ताकि वे अपने गांव और घर लौट सकें।


सरकार की चुनौती


भाजपा सरकार के सामने नक्सली हिंसा पर काबू पाना एक बड़ी चुनौती बन गई है। लगातार हो रहे इन हमलों से न सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों में दहशत फैली हुई है, बल्कि सरकार की नीतियों और सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।


यह घटना न केवल राज्य में नक्सल समस्या की गंभीरता को दर्शाती है, बल्कि प्रशासन और सरकार को इस दिशा में तुरंत और ठोस कदम उठाने की आवश्यकता की भी पुष्टि करती है।

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