जगदलपुर (वेदांत @ The Gazette) : बस्तर के धुरागांव में एक नई शराब फैक्ट्री के प्रस्ताव ने ग्रामीणों के बीच विरोध की लहर पैदा कर दी है। जहां...
जगदलपुर (वेदांत @ The Gazette) : बस्तर के धुरागांव में एक नई शराब फैक्ट्री के प्रस्ताव ने ग्रामीणों के बीच विरोध की लहर पैदा कर दी है। जहां कभी टाटा स्टील प्लांट की स्थापना की उम्मीद थी, वहां अब शराब बनाने की फैक्ट्री का प्रस्ताव है। पिछली सरकार द्वारा वापस की गई जमीन पर यह फैक्ट्री प्रस्तावित है, जिससे ग्रामीण असंतुष्ट हैं। एक वर्ष पहले एक व्यवसाई द्वारा जब उद्योग विभाग के माध्यम से इस भूमि पर महुआ डिस्टलरी प्लांट लगाने के लिए ग्राम पंचायत में अनापत्ति प्रमाणपत्र जारी किए जाने के लिए पत्र आया था, तब ही ग्रामीण उग्र हो गए थे। एक वर्ष इस मामले में शांति साधने के बाद अब अचानक फिर प्लांट बनाने की सुगबुगाहट तेज हो गईं हैं। कल 10 जून को पर्यावरण विभाग की ओर से आहूत बैठक में कथित तौर पर एमओयू साइन किया गया। जिसकी जानकारी हमें ग्रामीणों ने दी।
ग्रामीणों का आरोप है कि उन्हें सरकारी परियोजना के नाम पर धोखा दिया गया है, और अब एक निजी कंपनी यहां शराब फैक्ट्री खोलने जा रही है। वहीं, फैक्ट्री के प्रतिनिधियों का कहना है कि ग्राम सभा से इसकी मंजूरी प्राप्त हो चुकी है।
इस विवाद में दो पक्ष सामने आ रहे हैं - एक ओर ग्रामीणों का विरोध और दूसरी ओर उद्योगपतियों की योजनाएं। फैक्ट्री के मालिक का दावा है कि वे बस्तर के महुआ को देश-विदेश में प्रसिद्ध करने का प्रयास कर रहे हैं।
इस घटनाक्रम पर हमारे पिछले लेख में ग्राम सभा में असहमति और ग्रामीणों तथा स्थानीय नेताओं के वक्तव्य को भी उजागर किया गया था। इस लेख में ग्रामीणों की चिंताओं और उनके विरोध की गहराई को समझने का प्रयास किया गया था, जिसे आप देख सकते हैं। 👇
एक ओर जब भाजपा छत्तीसगढ़ में विपक्ष में थी, तब इन सब योजनाओं को बस्तर की संस्कृति के साथ कांग्रेस सरकार के द्वारा खिलवाड़ किया जाना कहती थी, लेकिन आज उन्हीं योजनाओं को लागू करने की मंजूरी देना कई सवालों को जन्म दे रहा है। देखिए वर्ष एक शराब बार की मंजूरी जब कांग्रेस सरकार द्वारा चित्रकोट जलप्रपात के निकट दी गई थी तब किस प्रकार विरोध किया था भाजपा नेताओं ने...👇
अब यह देखना होगा कि ग्रामीणों का विरोध कितना प्रभावी होता है और क्या उद्योगपतियों की पहुंच और योजनाएं इस विरोध को पार कर पाएंगी। इस घटनाक्रम पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।
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