सुकमा : जिले की पहली बारिश ने मुकरम नाला को भर दिया, जिससे कई गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। बारिश के कारण, दोरनापाल-जगरगुंड...
सुकमा : जिले की पहली बारिश ने मुकरम नाला को भर दिया, जिससे कई गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। बारिश के कारण, दोरनापाल-जगरगुंडा मार्ग पर अधूरे पुल निर्माण की वजह से ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों की कठिनाइयां:
प्रत्येक वर्ष की तरह, इस वर्ष भी मुकरम नाला के भर जाने से चिनतलनार-जगरगुंडा और आसपास के सैकड़ों गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क पूरी तरह कट गया है। बारिश के महीनों में ग्रामीणों को दैनिक उपयोग के सामान और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए जद्दोजहद करनी पड़ती है। पुल निर्माण कार्य की धीमी गति और ठेकेदार की लापरवाही के कारण यह समस्या वर्षों से बनी हुई है।
लंबी कतारें और यात्री की मुश्किलें:
पुल में पानी भर जाने से बसों और अन्य गाड़ियों की लंबी कतार लग गई है। यात्री पानी के कम होने का इंतजार कर रहे हैं। अधूरे पुलिया निर्माण कार्य की वजह से इस वर्ष भी ग्रामीणों को निराशा का सामना करना पड़ रहा है।
प्रशासन की चुप्पी:
प्रशासन की ओर से अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते पुल का निर्माण पूरा नहीं हुआ, तो उनकी मुश्किलें आने वाले वर्षों में भी बनी रहेंगी।
सुकमा जिले के ग्रामीणों की यह समस्या एक बार फिर से उजागर हुई है, जो प्रशासन और ठेकेदारों की लापरवाही का परिणाम है। अब देखना यह है कि कब तक ग्रामीणों को इस कठिन परिस्थिति से राहत मिल पाती है।
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