कोंडागांव । नारायणपुर जिले की सीमा पर स्थित फरसगांव विकासखण्ड के दुरस्थ ग्राम बड़गई में शुक्रवार को जिलास्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर का ...
कोंडागांव । नारायणपुर जिले की सीमा पर स्थित फरसगांव विकासखण्ड के दुरस्थ ग्राम बड़गई में शुक्रवार को जिलास्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया। यहां 398 आवेदन प्राप्त हुए, जिनके त्वरित निराकरण के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए गए। इस अवसर पर विधायक, कलेक्टर, एसपी सहित जनप्रतिनिधियों ने वृक्षारोपण भी किया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर क्षेत्रीय विधायक नीलकंठ टेकाम ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार जनता की समस्याओं के निदान के लिए प्रतिबद्ध है तथा इसी कड़ी में जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविरों का आयोजन किया जा रहा हैै। उन्होंने कहा कि जनता अपनी समस्याएं प्रशासन के समक्ष रख सके, इसके लिए अच्छा अवसर है। मुख्यमंत्री साय स्वयं भी प्रति सप्ताह जनता की समस्याओं के समाधान के लिए जनदर्शन आयोजित कर रहे हैं। इसके साथ ही मेरे द्वारा भी प्रति दो सप्ताह में जनदर्शन किया जा रहा है। इसका उद्देश्य जनसमस्याओं का निराकरण है।
टेकाम ने कहा कि जनता की मांग पर आज इस शिविर में भोंगापाल से बड़गई कुलानार से बड़गई के बीच सड़क निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई है। इसके साथ ही बारदा नदी के किनारे विद्युतीकरण हेतु स्वीकृत कार्य पर भी तेजी से कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बारदा और कोनगुड़ के बीच सीमा विवाद तथा दुगली में भूमि संबंधी विवाद का भी शीघ्रता से समाधान किया जाएगा।। उन्होंने इस अवसर पर लोगों को अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने के साथ ही वृक्षों की रक्षा करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यह अंचल कुछ वर्षों पूर्व अतिसंवेदनशील माना जाता था, किन्तु कुछ ही समय में इस क्षेत्र में बहुत बदलाव दिख रहा है। यह क्षेत्र अब अच्छी कृषि के लिए जाना जाता है। उन्होंने इस क्षेत्र को ऐतिहासिक बताया और कहा कि यह क्षेत्र अब तेजी से आगे बढ़ेगा।
कलेक्टर कुणाल दुदावत ने इस अवसर पर कहा कि मुख्यमंत्री साय के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा सुशासन की ओर कदम बढ़ाया जा रहा है। इसी कड़ी में दुरस्थ अंचलों में जिलास्तरीय जनसमस्या निवारण शिविरों का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें सभी जिलास्तरीय अधिकारी उपस्थित रहते हैं। उन्होंने कहा कि जनता द्वारा दिए गए आवेदनों के निराकरण पर स्वयं के द्वारा निगरानी की जा रही है, जिससे लोगों की समस्याओं का समाधान हो। उन्होंने कहा कि नए शैक्षणिक सत्र के आरंभ के साथ ही शालाएं खुल गई हैं। शालाओं में शिक्षा के साथ ही पोषक आहार भी प्रदाय किया जाएगा, जिससे कोंडागांव जिलेे में सभी पोषित एवं स्वस्थ हों। उन्होंने सभी बच्चों को आयु अनुसार अवश्य स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्र भेजने की अपील की। उन्होंने इसके साथ ही गर्भवती माताओं तथा किशोरी बालिकाओं से भी महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ लेने की अपील की। दुदावत ने कहा कि जन समस्याओं के निदान के लिए जिला प्रशासन द्वारा निरंतर कार्य किया जाएगा। इस अवसर पर जिला पंचायत के अध्यक्ष श्री देवचंद मातलाम ने भी संबोधित किया और इस दुरस्थ अंचल में जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर के आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए जनता की समस्याओं के शीघ्र निराकरण की आशा व्यक्त की।
इस अवसर पर विधायक टेकाम तथा कलेक्टर दुदावत द्वारा गर्भवती महिलाओं की गोदभराई तथा शिशुओं का अन्नप्रासन्न कराया गया। इसके साथ ही ई-श्रमिक कार्डधारियों को राशन कार्ड किसानों को कृषि विभाग की योजना के तहत बीज, उद्यानिकी विभाग की योजना के तहत मुनगा ओर पपीते के पौधे, संकर सब्जी बीज, राजस्व विभाग द्वारा ऋण पुस्तिका एवं बी-1, स्वास्थ्य विभाग द्वारा सिकलसेल जेनेटिक कार्ड, आयुष्मान कार्ड, समाज कल्याण विभाग द्वारा दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण का वितरण किया गया।
जनसमस्या निवारण शिविर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा 140 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार किया गया। इसके साथ ही यहां 11 आयुष्मान कार्ड एवं 10 सिकलसेल जेनेटिक कार्ड बनाए गए। ग्रामीणों की मांग पर यहां स्वास्थ्य कार्यकर्ता को भी नियुक्त किया गया। वहीं खाद्य विभाग द्वारा नए राशनकार्ड बनाने व राशन कार्ड में नाम जोड़ने और नाम हटाने की कार्यवाही की गई। सहकारिता विभाग द्वारा यहां किसानों के केसीसी कार्ड बनाए गए।
इस अवसर पर फरसगांव नगर पंचायत अध्यक्ष गणेश दुग्गा, पुलिस अधीक्षक वाय अक्षय कुमार, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अविनाश भोई, अनुविभागीय दण्डाधिकारी अश्वन पुसाम, जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जीएल चुरेन्द्र सहित जनप्रतिनिधिगण, अधिकारी-कर्मचारीगण तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
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