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बस्तर का ऐतिहासिक गोन्चा महापर्व: एक अनूठी परंपरा

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जगदलपुर : बस्तर की धरती एक बार फिर से ऐतिहासिक गोन्चा महापर्व की तैयारियों में जुट गई है। इसी तारतम्य में गोंचा महापर्व समिति के सदस्यों ने ...

जगदलपुर : बस्तर की धरती एक बार फिर से ऐतिहासिक गोन्चा महापर्व की तैयारियों में जुट गई है। इसी तारतम्य में गोंचा महापर्व समिति के सदस्यों ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर आयोजन के संबंध में जानकारियां साझा की। यह पर्व 2024 में अपने 617वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है, और इस महापर्व को लेकर समूचे बस्तर संभाग में भारी उत्साह है। 



श्री श्री जगन्नाथ महाप्रभु के नेत्रोत्सव, रथयात्रा (श्री गोन्चा), अमनिया, हेरा पंचमी, बाहुड़ा गोन्चा एवं कपाट फेड़ा जैसे भव्य और धार्मिक कार्यक्रम इस महापर्व की शोभा बढ़ाएंगे। इस महापर्व के आयोजनकर्ता 360 घर आरण्यक ब्राह्मण समाज बस्तर संभाग, जगदलपुर ने सभी श्रद्धालुओं को आमंत्रित किया है कि वे सहपरिवार इस महापर्व में सम्मिलित होकर श्री जगन्नाथ महाप्रभु का दर्शन करें और पुण्य लाभ प्राप्त करें।


समिति के अध्यक्ष, श्री विवेक पांडे ने कहा, "इस वर्ष भी गोन्चा महापर्व उल्लास मय रूप से मनाया जाएगा। हमारी समिति ने महाप्रभु जगन्नाथ स्वामी के उपनयन, छप्पन भोग एवं विभिन्न अन्य धार्मिक कार्यक्रमों के लिए विशेष तैयारियां की हैं। हम समस्त प्रबुद्धजनों एवं श्रद्धालुओं से अनुरोध करते हैं कि वे बड़ी संख्या में इस महापर्व में शामिल होकर इसे सफल बनाएं।"


360 घर आरण्यक ब्राह्मण समाज बस्तर संभाग के अध्यक्ष, श्री ईश्वर नाथ खम्बारी ने कहा, "गोन्चा महापर्व हमारे धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है। यह पर्व न केवल हमारे समाज को एकजुट करता है बल्कि हमारी परंपराओं को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का भी महत्वपूर्ण माध्यम है।"


यह महापर्व न केवल धार्मिक उत्सव है बल्कि यह सामाजिक सौहार्द और एकता का भी प्रतीक है। हर साल लाखों श्रद्धालु इस पर्व में भाग लेते हैं और श्री जगन्नाथ महाप्रभु का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। 


इस बार भी, गोन्चा महापर्व की भव्यता और धार्मिकता का अनुभव करने के लिए बस्तर की धरती पर आइए और इस अनूठी परंपरा का हिस्सा बनकर अद्वितीय अनुभव प्राप्त करें।


**आयोजक:**

360 घर आरण्यक ब्राह्मण समाज, बस्तर संभाग, जगदलपुर (छत्तीसगढ़)

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