जगदलपुर : छत्तीसगढ़ के प्रमुख कांग्रेस नेता दीपक बैज ने आज एक पत्रकारवार्ता में भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बिजली कटौती और...
जगदलपुर : छत्तीसगढ़ के प्रमुख कांग्रेस नेता दीपक बैज ने आज एक पत्रकारवार्ता में भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बिजली कटौती और बढ़ते बिजली के दामों को लेकर सरकार की कड़ी आलोचना की। बैज ने कहा, "भाजपा सरकार पूरे समय बिजली नहीं दे पा रही है और ऊपर से बिजली के दामों में 80 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की है। यह जनता पर अत्याचार है।"
उन्होंने राज्य सरकार से बिजली दर में 8 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग की, यह कहते हुए कि प्रदेश की जनता पहले ही महंगाई से पीड़ित है और यह वृद्धि उनकी समस्याओं को और बढ़ा रही है। बैज ने दावा किया कि पिछले दो महीनों से बिजली के बिल दोगुने आ रहे हैं, जिससे आम आदमी बहुत परेशान है।
• बिजली व्यवस्था की दुर्दशा पर सवाल
दीपक बैज ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार स्मार्ट मीटर लगाकर उपभोक्ताओं को लूटने की तैयारी कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान विपरीत परिस्थितियों में भी बिजली उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए "बिजली बिल हाफ योजना" शुरू की गई थी, जिससे प्रदेश के 44 लाख घरेलू उपभोक्ताओं को लाभ हुआ था।
उन्होंने आगे कहा, "पिछले 6 महीनों में विद्युत सरप्लस वाला छत्तीसगढ़ राज्य बिजली कटौती का केंद्र बन गया है। रात के समय तो बिजली की स्थिति और भी भयावह हो जाती है। भाजपा सरकार न तो बिजली की आपूर्ति कर पा रही है और न ही व्यवस्थाओं को संभाल पा रही है।"
• कानून व्यवस्था पर भी निशाना
दीपक बैज ने राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, "राज्य में एसपी कलेक्टर कार्यालय जलाए जा रहे हैं, मॉब लिंचिंग हो रही है, थाने में चाकूबाजी हो रही है और सरकार सुशासन का राग अलाप रही है। आदिवासी मुख्यमंत्री के राज में आदिवासी भी सुरक्षित नहीं हैं।"
उन्होंने हाल ही में हुई घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा, "21 साल के आदिवासी छात्र मंगल मुराया की हत्या बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। यह घटना राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति को दर्शाती है।"
बैज ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार में अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं और महिलाएं और बच्चियां असुरक्षित महसूस कर रही हैं। उन्होंने राज्य की जनता से अपील की कि वे इस सरकार के खिलाफ आवाज उठाएं और अपनी सुरक्षा के लिए संघर्ष करें।
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