बीजापुर : बीजापुर जिले में भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भैरमगढ़ नगरपंचायत क्षेत्र में बाढ़ का पानी घुसने से राष्ट्रीय राज...
बीजापुर : बीजापुर जिले में भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भैरमगढ़ नगरपंचायत क्षेत्र में बाढ़ का पानी घुसने से राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया है। भैरमगढ़ के कई वार्डों में पानी भरने से व्यापक तबाही मची है। यात्री बसें भैरमगढ़ में ही फंस गई हैं, जिससे बीजापुर-जगदलपुर मार्ग पिछले तीन घंटे से बंद है और जिला मुख्यालय से जगदलपुर और भैरमगढ़ का सम्पर्क टूट गया है।
बीजापुर जिले में अब तक 1131.0 मिमी वर्षा दर्ज की गई है, जिसमें सर्वाधिक 1425.2 मिमी वर्षा भैरमगढ़ तहसील में हुई है। जिले के अन्य तहसीलों में भी भारी बारिश का असर देखा गया है। बीजापुर तहसील में 1332.4 मिमी, भोपालपटनम में 1075.2 मिमी, उसूर में 741.3 मिमी, कुटरू में 1288.2 मिमी और गंगालूर में 923.7 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।
• बलौदाबाजार में मानसून का असर: 530 मिमी औसत वर्षा दर्ज
बलौदाबाजार जिले में 1 जून 2024 से अब तक 530 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। सिमगा तहसील में सबसे अधिक 753 मिमी बारिश हुई है, जबकि सोनाखान में सबसे कम 412.50 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।
• 26 जुलाई को भारी बारिश के आंकड़े
शुक्रवार 26 जुलाई को जिले में मूसलाधार बारिश दर्ज की गई, जिसमें औसत 89.2 मिमी वर्षा हुई। सिमगा में 165 मिमी, भाटापारा में 180 मिमी, और लवन में 91.3 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।
• छत्तीसगढ़ के बांधों में 50 प्रतिशत से कम पानी
प्रदेश के बांधों में जलस्तर अभी भी 50 प्रतिशत से कम है। 12 बड़े बांधों में 48.43 प्रतिशत और 34 छोटे बांधों में 51.22 प्रतिशत पानी भरा है, जो पिछले दो सालों की तुलना में कम है। गंगरेल में इस सप्ताहभर की बारिश के बाद भी केवल 47.57% पानी है।
बीजापुर जिले में बारिश ने भारी तबाही मचाई है, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है। बलौदाबाजार जिले में भी मानसून का व्यापक असर देखा जा रहा है, लेकिन छत्तीसगढ़ के बांधों में जलस्तर अभी भी कम है। सरकारी तंत्र को तत्काल राहत कार्यों में तेजी लानी होगी ताकि जनहानि को कम किया जा सके और जलसंकट से निपटा जा सके।
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