सुकमा : जिले के छिंदगढ़ ब्लॉक में स्थित ग्राम पंचायत कनकापाल के लामीपारा में इमरजेंसी चिकित्सा सेवा की दुर्दशा ने स्थानीय निवासियों का धैर्...
सुकमा : जिले के छिंदगढ़ ब्लॉक में स्थित ग्राम पंचायत कनकापाल के लामीपारा में इमरजेंसी चिकित्सा सेवा की दुर्दशा ने स्थानीय निवासियों का धैर्य तोड़ दिया है। आज गांव से एक विचलित कर देने वाली तस्वीर सामने आई, जिसमे एक गर्भवती महिला को कांवड़ के सहारे स्थानीय लोग मुख्य मार्ग तक लेकर जा रहे थे।
गर्भवती महिला को कांवड़ से लेजाते ग्रामीण। |
बारिश के दिनों में इस इलाके में एंबुलेंस सेवाएं लगभग नदारद हो जाती हैं, जिससे आपातकालीन स्थिति में मरीजों को अस्पताल पहुंचाना एक बड़ी चुनौती बन जाती है।
लामीपारा के निवासियों को किसी मरीज को अस्पताल ले जाने के लिए कनकापाल की मुख्य सड़क तक पहुँचने के लिए कांवड़ का सहारा लेना पड़ता है। यह एक कठिन और थकाऊ प्रक्रिया है, जिसे निवासियों को बड़ी जद्दोजहद से पार करना पड़ता है।
इस स्थिति से नाराज होकर स्थानीय निवासियों ने जनप्रतिनिधियों और बस्तर संभाग के नेताओं पर अपना आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने आरोप लगाया कि क्षेत्र के जनप्रतिनिधि केवल चुनाव के समय वोट मांगने आते हैं और चुनाव समाप्त होते ही इस इलाके की समस्याओं की कोई सुध नहीं लेते।
निवासियों ने कहा, "क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को शर्म आनी चाहिए। वे केवल वोट के लिए आते हैं और चुनाव के बाद यहां की समस्या की कोई सूद नहीं लेते।"
इस संकट ने यह स्पष्ट कर दिया है कि क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी है और प्रशासन को तत्काल इस दिशा में कदम उठाने की आवश्यकता है। स्थानीय जनता की यह मांग है कि जल्द से जल्द सड़क और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार किया जाए ताकि इस तरह की आपात स्थिति में लोगों को राहत मिल सके।
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