सुकमा : दक्षिण बस्तर के किस्टाराम एरिया में एक बार फिर माओवादी हिंसा की चपेट में आ गया है। माओवादियों ने कल देर शाम 7 बजे, तेज बारिश के बीच,...
सुकमा: दक्षिण बस्तर के किस्टाराम एरिया में एक बार फिर माओवादी हिंसा की चपेट में आ गया है। माओवादियों ने कल देर शाम 7 बजे, तेज बारिश के बीच, बारसे मासा की हत्या कर दी। बारसे मासा पूर्व में माओवादियों के एसी सदस्य रह चुके थे और हाल ही में आत्मसमर्पण कर चुके थे।
बारसे मासा ने कुछ दिन पहले ही विशाखापटनम में आत्मसमर्पण किया था और उसके बाद अपने पैतृक ग्राम सुन्नमपेंटा में अपनी पत्नी के साथ रह रहे थे। माओवादियों ने धारदार हथियार से हमला कर उनकी हत्या की और घटना स्थल पर एक पर्चा छोड़ दिया, जिसमें बताया गया कि पीएलजीए (पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी) ने बारसे मासा को मौत की सजा दी है।
मासूम नागरिकों को माओवादी हिंसा के चपेट में आना अब एक गंभीर मुद्दा बन गया है, और यह घटना एक बार फिर से यह साबित करती है कि किस प्रकार माओवादी अपने पूर्व सदस्यों को भी नहीं छोड़ते। बारसे मासा की हत्या ने क्षेत्र में तनाव का माहौल बना दिया है और सुरक्षा बलों की चौकसी बढ़ा दी गई है।
स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बल इस मामले की जांच में जुटे हुए हैं, और माओवादियों की धरपकड़ के लिए अभियान तेज कर दिया गया है। बारसे मासा की हत्या से यह स्पष्ट होता है कि माओवादी संगठन अपने पूर्व सदस्यों को भी निशाना बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ते, जो उनके अत्याचार और क्रूरता को दर्शाता है।
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