मुंबई : महाराष्ट्र के ठाणे जिले के भिवंडी शहर में, एंटी-टेररिज्म स्क्वॉड (एटीएस) ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। एटीएस की टीम ने पांच अगस्त...
मुंबई : महाराष्ट्र के ठाणे जिले के भिवंडी शहर में, एंटी-टेररिज्म स्क्वॉड (एटीएस) ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। एटीएस की टीम ने पांच अगस्त को भिवंडी के एक अपार्टमेंट में छापा मारकर 800 किलो मेफेड्रोन ड्रग्स को तरल रूप में जब्त किया। इस ऑपरेशन में दो आरोपियों, मोहम्मद युनूस शेख और उनके भाई आदिल शेख को गिरफ्तार किया गया है।
एटीएस के डीआईजी सुनील जोशी ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि यह ऑपरेशन खुफिया जानकारी के आधार पर किया गया था। सूचना के अनुसार, भिवंडी के एक अपार्टमेंट में मेफेड्रोन ड्रग्स का बड़ा जखीरा रखा गया था, जिसे बाजार में सप्लाई करने की योजना थी। एटीएस की टीम ने तत्परता दिखाते हुए मौके पर पहुंचकर छापेमारी की और 800 किलो मेफेड्रोन को जब्त किया।
• ड्रग्स की कीमत और असर :
मेफेड्रोन, जिसे 'म्याऊ म्याऊ' और 'ब्लो' जैसे नामों से भी जाना जाता है, एक सिंथेटिक ड्रग है जिसका सेवन करने पर नशा होता है। इसे भारत और अन्य देशों में प्रतिबंधित कर दिया गया है। जब्त की गई ड्रग्स की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करोड़ों रुपये आंकी जा रही है।
• आरोपियों की पृष्ठभूमि :
गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी, मोहम्मद युनूस शेख और आदिल शेख, ठाणे जिले के स्थानीय निवासी हैं। प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि दोनों भाई पिछले कुछ समय से इस अवैध धंधे में सक्रिय थे और ड्रग्स की सप्लाई चेन का हिस्सा थे। एटीएस अब इनसे पूछताछ कर इस रैकेट से जुड़े अन्य लोगों और सप्लाई चेन की जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है।
एटीएस ने इस मामले में ड्रग्स माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। अधिकारियों का कहना है कि ड्रग्स के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत इस रैकेट से जुड़े सभी लोगों को जल्द ही कानून के कटघरे में लाया जाएगा।
इस बड़ी कामयाबी के बाद एटीएस ने ड्रग्स माफिया को करारा जवाब दिया है और आम जनता के बीच एक सकारात्मक संदेश भी पहुंचाया है कि अवैध गतिविधियों के खिलाफ कानून पूरी सख्ती से कार्रवाई कर रहा है।
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