बीजापुर (सागर कश्यप): सुरक्षा बलों की सतर्कता और सुझबुझ से एक बड़ी त्रासदी को टालने में सफलता मिली है। सीआरपीएफ की 168वीं बटालियन की मोकुर ...
बीजापुर (सागर कश्यप): सुरक्षा बलों की सतर्कता और सुझबुझ से एक बड़ी त्रासदी को टालने में सफलता मिली है। सीआरपीएफ की 168वीं बटालियन की मोकुर टीम, एरिया डॉमिनेशन के तहत पेद्दागेलुर की ओर निकली थी, जहां उन्हें डी-माइनिंग अभियान के दौरान 4-4 किलोग्राम के तीन इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) मिले।
यह IED माओवादियों द्वारा सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से लगाए गए थे। ये विस्फोटक दस-दस मीटर की दूरी पर सूखे पत्तों के बीच, चट्टानों के बीच और जमीन के अंदर छिपाए गए थे, जिसमें एंटी हैंडलिंग मैकेनिज्म भी शामिल था।
सीआरपीएफ की बीडीएस टीम और डॉग स्क्वाड की सहायता से सभी IED को सफलतापूर्वक बरामद कर मौके पर निष्क्रिय कर दिया गया। सुरक्षा बलों की सतर्कता और प्रोफेशनलिज्म के चलते एक बड़ा हादसा टल गया और किसी भी प्रकार की जान-माल की हानि नहीं हुई।
इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि सुरक्षा बलों की तत्परता और दक्षता से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी शांति और सुरक्षा बनाए रखना संभव है।
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