• मूत्रालय के निर्माण का स्कूली बच्चों की पढ़ाई पर होगा असर जगदलपुर : शहर के ह्रदय स्थल में स्थित इंदिरा वार्ड 16 के इतवारी बाजार में कई वर्...
• मूत्रालय के निर्माण का स्कूली बच्चों की पढ़ाई पर होगा असर
जगदलपुर : शहर के ह्रदय स्थल में स्थित इंदिरा वार्ड 16 के इतवारी बाजार में कई वर्षों पुराने लोकप्रिय विवेकानंद स्कूल धीरे धीरे लुप्त होने की कगार पर आ रही है। लगातार स्कूल की जमीनों पर हो रही अतिक्रमण से यह स्थिति उतपन्न हो रही है। जिसके कारण बच्चों को मिलने वाली अनेको सुविधाओं से उन्हें वंचित होना पड़ सकता है।
वर्तमान में इस स्कूल में स्वामी आत्मानंद विद्यालय के तहत हिंदी व अंग्रेजी माध्यम का संचालन किया जा रहा है। इस स्कूल के मैदानी जमीन पर अब सार्वजनिक मूत्रालय का निर्माण किया जाना सुनिश्चित प्रशासन द्वारा किया गया है। जिसके कारण स्कूली बच्चों को असुविधा उतपन्न होगी।
वार्ड के सदस्य आनंद झा ने जानकारी देते हुए बताया कि हमारे वार्ड के जमीनों पर लगातार प्रशासन के द्वारा निर्माण कार्य करने हेतु जमीनों का अधिग्रहण किया जा रहा है। मल्टीलेवल पार्किंग बनाने के लिए पूर्वजो के काबिज जमीनों पर प्रसाशन ने बुलडोजर चलाते हुए पाई पाई जोड़कर बनाये आशियानो को तोड़कर मल्टीलेवल पार्किंग प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य प्रारंभ करवाया था जो ठंडे बस्ते में चले गयीं। बनने से पहले ही यह ईमारत खण्डर में तब्दील होने की ओर अग्रसर हो रही है।
शहर के विवेकानंद स्कूल (स्वामी आत्मानंद) की लगातार जमीनों पर अतिक्रमण हो रहा है। पूर्व में भी स्कूल के गार्डन का अतिक्रमण हो चुका है। अब स्कूल के मैदानी जमीन को सार्वजनिक मूत्रालय बनाने के लिए अधिग्रहण किया जा रहा है जो कि निंदनीय है। स्कूल के जमीन पर मूत्रालय बनने से वहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों को बड़ी ही असुविधा का सामना करना पड़ेगा। साथ ही स्कूल के सामने की ओर मूत्रालय के निर्माण होने से शहर सहित वार्ड में बहन बेटियों को इस स्कूल में अध्ययन करने आने में भी परेशानियाँ होगी। मैदान में खेलने वाले बच्चों की मैदान भी कम हो जाएगी साथ ही मूत्रालय से निकलने वाली गन्दी गैस व गन्दगी अनेको बीमारियों को भी आमंत्रण करेगी।
प्रशासन को इस ओर ध्यान आकर्षित कराते हुए आग्रह करूँगा की सार्वजनिक मूत्रालय का निर्माण स्कूल से दूर किसी और स्थान पर करने का कष्ट करें, जिससे कि देश का नाम रौशन करने वाले युवाओं को शुद्ध वातावरण में अध्ययन मिल सके।
No comments