बिलासपुर : छत्तीसगढ़ में एक दिल दहला देने वाले मामले में, दो साल से फरार चल रहे सामूहिक दुष्कर्म के दो आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिय...
बिलासपुर : छत्तीसगढ़ में एक दिल दहला देने वाले मामले में, दो साल से फरार चल रहे सामूहिक दुष्कर्म के दो आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला एक युवती से जुड़ा है, जिसे छत्तीसगढ़ी फिल्म में काम दिलाने का झांसा देकर दुष्कर्म का शिकार बनाया गया था। मस्तूरी पुलिस ने दोनों आरोपितों को न्यायालय में पेश किया है, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
• घटना का विवरण :
यह मामला 1 अप्रैल 2022 का है, जब बिलासपुर के वेद परसदा निवासी रामायण साहू ने एक युवती और उसकी सहेली को छत्तीसगढ़ी फिल्म में काम दिलाने का वादा किया था। वादे के तहत, वह उन्हें अपने घर ले गया, जहां रात में दोनों सहेलियां एक कमरे में सोईं हुई थीं। रात के अंधेरे में, रामायण साहू और उसका साथी रामायण भोई पानी देने के बहाने कमरे में घुसे। जहां रामायण भोई ने युवती की सहेली को जबरन कमरे से बाहर ले जाकर बंद कर दिया और रामायण साहू ने युवती के साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए।
• शिकायत और कार्रवाई :
घटना के बाद, युवती जब पुलिस में शिकायत दर्ज कराने जा रही थी, तब आरोपितों के अन्य साथियों, मेलू और बबलू, ने उसे शादी कराने का झांसा देकर रोकने की कोशिश की। इसी दौरान, युवती तीन महीने की गर्भवती हो गई। बाद में, युवती ने हिम्मत जुटाकर मस्तूरी थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज किया और मुख्य आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, मेलू और बबलू नामक दो आरोपित फरार हो गए थे।
• आखिरकार गिरफ्तारी :
लंबे समय से फरार चल रहे मेलू उर्फ मेलाराम सारथी (53) और बबलू उर्फ शिवकुमार बंदे (36) को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। डीएसपी सिद्धार्थ बघेल ने बताया कि दोनों को न्यायालय में पेश किया गया है, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
इस मामले ने एक बार फिर से महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़ा कर दिया है और यह दिखाता है कि कैसे निर्दोष युवतियों को झूठे वादों का शिकार बनाया जा सकता है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने समाज में न्याय की उम्मीद को मजबूत किया है।
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