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ग्वालियर: अचलेश्वर महादेव मंदिर की दान पेटी से मिली मुकेश अंबानी को धमकी

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ग्वालियर : जिले के प्रसिद्ध अचलेश्वर महादेव मंदिर में सोमवार को तब हड़कंप मच गया जब दान पेटी खोलते समय एक धमकी भरा पत्र मिला, जिसमें देश के ...

ग्वालियर : जिले के प्रसिद्ध अचलेश्वर महादेव मंदिर में सोमवार को तब हड़कंप मच गया जब दान पेटी खोलते समय एक धमकी भरा पत्र मिला, जिसमें देश के प्रमुख उद्योगपति मुकेश धीरूभाई अंबानी को निशाना बनाया गया। दान पेटी में से एक स्टांप पेपर पर स्पष्ट रूप से लिखा हुआ था, "मेरा अगला टार्गेट मुकेश धीरूबाई अंबानी।" इस स्टांप पर लेखक का पता भी अंकित था: मनोज शर्मा, पुत्र रामेश्वर दयाल शर्मा, निवासी बालाजी विहार, गुढ़ी गुढ़ा का नाका, कंपू, ग्वालियर।



पुलिस जांच में जुटी :

मंदिर प्रशासन ने तुरंत इस मामले की गंभीरता को समझते हुए पुलिस को सूचित किया। ग्वालियर पुलिस ने धमकी भरे पत्र को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में, पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेते हुए धमकी देने वाले की पहचान और मंशा का पता लगाने की कोशिश कर रही है।


दान पेटी में मिली अन्य चिट्ठियां :

मंदिर की दान पेटियों में से भगवान अचलनाथ के भक्तों की कई अर्जियां और चिट्ठियां भी मिलीं। एक भक्त ने लिखा, "मुझे तीन हजार रुपये की आवश्यकता है। मैं यह रकम हार गया हूं, कृपया मेरी मदद करें।" अन्य चिट्ठियों में घर-परिवार की समस्याएं और एक युवती के नाम का पत्र भी शामिल था।


दान की राशि और व्यवस्थाएं :

अचलेश्वर संचालन समिति के अध्यक्ष, सेवानिवृत्त न्यायाधीश उच्च न्यायालय एन.के. मोदी के निर्देशन में मंदिर के 14 दानपात्रों को खोला गया। बैंक के सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने दान की रकम की गिनती की, जिसमें कुल 6,53,450 रुपये निकले। मंदिर के प्रबंधक वीरेंद्र शर्मा ने बताया कि इस माह चढ़ावे के रूप में यह राशि प्राप्त हुई है।



सुरक्षा पर सवाल :

यह घटना मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करती है। मंदिर में इस तरह की गंभीर धमकी मिलने से प्रशासन और पुलिस दोनों सतर्क हो गए हैं। मंदिर में दान पेटी की सुरक्षा को और मजबूत करने के उपाय किए जा रहे हैं ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।


समुदाय की प्रतिक्रिया :

इस घटना से स्थानीय समुदाय में चिंता फैल गई है। लोग इसे लेकर चिंतित हैं और चाहते हैं कि जल्द से जल्द इस मामले का समाधान हो। मंदिर प्रशासन और पुलिस दोनों ही इस मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि समुदाय में शांति और सुरक्षा की भावना बहाल की जा सके।

यह घटना न केवल सुरक्षा के मुद्दों को उजागर करती है, बल्कि धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की आवश्यकता पर भी जोर देती है। पुलिस की जांच के नतीजों का इंतजार है, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि इस धमकी के पीछे कौन है और उसकी मंशा क्या थी। समुदाय को आशा है कि पुलिस जल्द ही दोषियों को पकड़कर न्याय दिलाएगी।

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