दिल्ली : भारत में अंग प्रत्यारोपण की दुनिया में एक महत्वपूर्ण स्थान बनता जा रहा है। पिछले एक दशक में, देश में अंग प्रत्यारोपण के मामलों में...
दिल्ली : भारत में अंग प्रत्यारोपण की दुनिया में एक महत्वपूर्ण स्थान बनता जा रहा है। पिछले एक दशक में, देश में अंग प्रत्यारोपण के मामलों में तीन गुना से अधिक की वृद्धि हुई है, जिसमें अधिकांश मामले किडनी प्रत्यारोपण के हैं। 2023 में, भारत में कुल 18,378 अंग प्रत्यारोपण किए गए, जो दुनिया में तीसरे नंबर पर हैं।
• पिछले दस वर्षों का विश्लेषण :
2013 में, प्रत्यारोपणों की संख्या केवल 4,990 थी, जो 2023 तक 18,378 तक पहुंच गई। इस वृद्धि ने भारत को वैश्विक स्तर पर एक महत्वपूर्ण स्थान पर स्थापित कर दिया है। किडनी प्रत्यारोपण के मामले 13,426 तक पहुंचे, जो अंग प्रत्यारोपण का सबसे बड़ा हिस्सा हैं। इसके अलावा, लीवर प्रत्यारोपण के 4,491, हृदय प्रत्यारोपण के 221, और फेफड़े प्रत्यारोपण के 197 मामले दर्ज किए गए।
• मृतक दानदाताओं से प्राप्त अंग :
2023 में, भारत ने एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल किया। पहली बार, एक वर्ष में 1,000 से अधिक अंग मृतक दानदाताओं से प्राप्त हुए। यह एक महत्वपूर्ण सामाजिक बदलाव का संकेत है, जहां मृतकों के परिजनों ने आगे आकर दान के लिए अपनी सहमति दी।
• जीवित दाताओं में महिलाओं की अग्रणी भूमिका :
एक दिलचस्प पहलू यह है कि 2023 में जीवित दाताओं में महिलाओं की संख्या (9,784) पुरुषों (5,651) की तुलना में लगभग दोगुनी थी। यह न केवल स्वास्थ्य के क्षेत्र में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी को दर्शाता है, बल्कि समाज में उनकी बढ़ती जागरूकता और योगदान को भी उजागर करता है।
• स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए भविष्य की दिशा :
यह वृद्धि भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र की क्षमताओं और इसकी सामाजिक संरचना में हो रहे सकारात्मक बदलावों का प्रमाण है। हालांकि, इस दिशा में और भी प्रगति की गुंजाइश है, विशेषकर दानदाताओं की संख्या बढ़ाने और अंग प्रत्यारोपण प्रक्रिया को अधिक सुलभ बनाने की दिशा में। सरकार और स्वास्थ्य संगठनों द्वारा अधिक जागरूकता और शिक्षा अभियानों की आवश्यकता है, ताकि अधिक से अधिक लोग अंग दान के महत्व को समझें और आगे आएं।
अंग प्रत्यारोपण के क्षेत्र में यह प्रगति न केवल चिकित्सा जगत के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज के लिए भी एक नई उम्मीद की किरण है। अंग दान के प्रति समाज की बदलती सोच और इसकी आवश्यकता को समझने के प्रयास ने इसे संभव बनाया है।
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