नारायणपुर : छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में सुरक्षाबलों ने 'माड़ बचाओ अभियान' के अंतर्गत एक बार फिर अपनी बहादुरी का प्रदर्शन किया ह...
नारायणपुर : छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में सुरक्षाबलों ने 'माड़ बचाओ अभियान' के अंतर्गत एक बार फिर अपनी बहादुरी का प्रदर्शन किया है। शुक्रवार, 2 अगस्त को, कोहकामेटा थाने से डीआरजी, जिला पुलिस बल और बीएसएफ की 135वीं वाहिनी तथा बीडीएस की संयुक्त टीम ने कच्चापाल, इरभट्टी और तोके के क्षेत्रों में एरिया डॉमिनेशन ड्यूटी पर निकलकर नक्सलियों के हमले को विफल किया।
सुरक्षाबलों के ऊपर तब हमला किया गया जब वे इलाके में गश्त कर रहे थे। पहले से घात लगाए नक्सलियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। इस चुनौतीपूर्ण स्थिति का सामना करते हुए जवानों ने तुरंत जवाबी फायरिंग की, जिसके चलते नक्सलियों को भागने पर मजबूर होना पड़ा। नक्सली पहाड़ियों और पेड़ों की आड़ लेकर मौके से फरार हो गए, जिससे सुरक्षा बलों को मौके का मुआयना करने का अवसर मिला।
मुठभेड़ के पश्चात सुरक्षाबलों ने घटनास्थल की सघन तलाशी ली, जिसमें दो आईईडी विस्फोटक बरामद किए गए। इनमें 5-5 किलो वजनी एक पाइप बम और एक कुकर बम शामिल थे। बीडीएस टीम ने तत्परता से कार्यवाही करते हुए दोनों आईईडी को सफलतापूर्वक निष्क्रिय कर दिया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।
सुरक्षाबलों की सतर्कता और साहसिक कार्रवाई से क्षेत्र में शांति सुनिश्चित हुई है। माड़ा बचाओ अभियान के तहत जवानों की निरंतर मुस्तैदी ने नक्सलियों के मंसूबों को एक बार फिर से ध्वस्त कर दिया है। इस घटना ने सुरक्षा बलों की तत्परता और कुशलता को फिर से प्रमाणित किया है।
अधिकारियों का कहना है कि 'माड़ बचाओ अभियान' के अंतर्गत सुरक्षाबलों की सक्रियता और बढ़ाई जाएगी, ताकि क्षेत्र में स्थायी शांति स्थापित की जा सके और नक्सलियों की गतिविधियों को पूरी तरह से समाप्त किया जा सके। स्थानीय जनता भी इस अभियान का समर्थन कर रही है, जिससे सुरक्षाबलों का मनोबल और बढ़ा है।
यह घटना यह दिखाती है कि कैसे सुरक्षा बल अपनी जान की परवाह किए बिना देश की सुरक्षा के लिए हर चुनौती का सामना करने को तैयार हैं। इस अभियान के सफल निष्पादन से नारायणपुर जिले में शांति और सुरक्षा की स्थिति मजबूत हुई है।
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