* आदिवासी अत्याचार /उत्पीड़न के विरुद्ध 18 सितंबर को धरना * संभाग आयुक्त के नाम समाज ने सौंपा ज्ञापन * अलग अलग मामलों में अब तक कार्यवाही ...
* आदिवासी अत्याचार /उत्पीड़न के विरुद्ध 18 सितंबर को धरना
* संभाग आयुक्त के नाम समाज ने सौंपा ज्ञापन
* अलग अलग मामलों में अब तक कार्यवाही और दोषियों की पतासाजी नही करने से आदिवासी समाज आक्रोशित
जगदलपुर : छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज ने 18 सितंबर 2024 को जगदलपुर में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आह्वान किया है। यह प्रदर्शन आदिवासी समुदाय के खिलाफ हो रहे अत्याचारों और उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं के खिलाफ किया जा रहा है। समाज के प्रतिनिधियों ने संभाग आयुक्त के नाम ज्ञापन सौंपते हुए पुलिस और प्रशासन की निष्क्रियता पर गहरी चिंता व्यक्त की है।
• आदिवासी समुदाय में बढ़ रहा आक्रोश :
समाज के जिला अध्यक्ष दशरथ सिंह कश्यप ने बताया कि आदिवासी समाज कई हृदय विदारक घटनाओं से व्यथित है। 10 अगस्त 2024 को बीजापुर जिला मुख्यालय में एक आदिवासी युवती की निर्मम हत्या हुई थी, लेकिन एक महीने बाद भी अपराधी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। इसके अलावा, 1 सितंबर 2024 को दंतेवाड़ा जिले के पोंदुम गांव से एक छः माह की आदिवासी बच्ची लापता हो गई थी, जिसे 10 दिन बीतने के बाद भी पुलिस नहीं ढूंढ पाई है। इन घटनाओं ने आदिवासी समाज के लोगों में गहरा आक्रोश पैदा कर दिया है।
ज्ञापन में यह भी आरोप लगाया गया है कि बस्तर में सुरक्षा बलों और पुलिस की संख्या बढ़ाने के बावजूद आदिवासियों का जीवन सुरक्षित नहीं है। समाज का कहना है कि प्रशासन और सरकार का आदिवासियों के प्रति दृष्टिकोण बदलने की आवश्यकता है, जिससे इन घटनाओं पर प्रभावी कार्रवाई हो सके।
• धरने का आयोजन :
धरना स्थल जगदलपुर के कमिश्नर कार्यालय के सामने निर्धारित किया गया है, जो दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगा। इस धरने में लगभग 500 प्रदर्शनकारियों के शामिल होने की संभावना है। आदिवासी समाज की मांग है कि सरकार और प्रशासन दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाए और आदिवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करे। समाज की ओर से जिला सचिव नील कुमार बघेल ने कहा है कि अगर उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो वे आगे भी बड़े आंदोलन की योजना बना सकते हैं।
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