रायपुर : छत्तीसगढ़ में वन विभाग में कार्यरत 20 से 25 वर्षों से सेवाएं दे रहे दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी अपने नियमितीकरण की मांग को लेकर अनिश्...
रायपुर : छत्तीसगढ़ में वन विभाग में कार्यरत 20 से 25 वर्षों से सेवाएं दे रहे दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी अपने नियमितीकरण की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं। 11 अगस्त से नया रायपुर के तूता धरना स्थल पर शुरू हुई इस हड़ताल में बस्तर अंचल के जगदलपुर, दंतेवाड़ा, सुकमा, बीजापुर, कोंडागांव, नारायणपुर, और कांकेर जिलों के कर्मचारी बड़ी संख्या में शामिल हैं।
इन कर्मचारियों का कहना है कि वर्तमान सरकार ने सत्ता में आने से पहले उन्हें आश्वासन दिया था कि सरकार बनने के 100 दिनों के भीतर उनके नियमितीकरण के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा। लेकिन सरकार के 200 दिन पूरे हो चुके हैं और अभी तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। कर्मचारियों के अनुसार, शासन-प्रशासन उनकी समस्याओं को नजरअंदाज कर रहा है और उनकी सुध लेने के कोई संकेत नहीं दिखा रहा।
हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों का कहना है कि उन्होंने वर्षों से विभाग में अपनी सेवाएं दी हैं और अब वे अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं। नियमितीकरण न होने के कारण उनकी नौकरी और आर्थिक स्थिति पर असर पड़ रहा है।
कर्मचारियों की इस हड़ताल ने प्रदेश सरकार पर दबाव बढ़ा दिया है, जबकि दूसरी ओर सरकार ने इस मुद्दे पर अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। हड़ताली कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जातीं, वे अपनी हड़ताल जारी रखेंगे।
अब देखना यह होगा कि सरकार कब तक इन कर्मचारियों की समस्याओं पर ध्यान देती है और उनके लिए कोई समाधान निकालती है।
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