जगदलपुर : बस्तर जिला कांग्रेस कमेटी के शहर अध्यक्ष सुशील मौर्य ने आज राजीव भवन में एक प्रेसवार्ता आयोजित कर छत्तीसगढ़ में बिगड़ती कानून व्यव...
जगदलपुर : बस्तर जिला कांग्रेस कमेटी के शहर अध्यक्ष सुशील मौर्य ने आज राजीव भवन में एक प्रेसवार्ता आयोजित कर छत्तीसगढ़ में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर तीखे आरोप लगाए। मौर्य ने बलरामपुर जिले में पुलिस कस्टडी में हुई गुरूचरण मंडल की संदिग्ध मौत को ‘हत्या’ करार देते हुए इसे राज्य सरकार की विफलता का नतीजा बताया। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की और राष्ट्रपति शासन लागू करने का आह्वान किया।
मौर्य ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मृतक को और उसके पिता को चार दिनों तक अवैध रूप से हिरासत में रखा और निर्दयता से पिटाई की। मृतक के परिवार ने पुलिस पर गैर-जरूरी बल प्रयोग का आरोप लगाया है, जिसमें पिता ने दावा किया कि उनके बेटे की मौत पुलिस की पिटाई के कारण हुई। मौर्य ने सवाल उठाते हुए कहा, "गुरूचरण को चार दिन तक पुलिस हिरासत में क्यों रखा गया? मृतक के पास टॉवल कहां से आया? शव का पंचनामा परिजनों की मौजूदगी में क्यों नहीं किया गया?"
• मामले की उच्च-स्तरीय जांच की मांग :
कांग्रेस ने इस मामले की जांच उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में कराने की मांग की है। मौर्य ने पुलिस अधीक्षक, एसडीओपी और थाना प्रभारी पर एफआईआर दर्ज करने, मृतक के परिवार को 1 करोड़ रुपए का मुआवजा और एक संविदा नौकरी देने की अपील की।
• आंख फोड़वा कांड से जुड़ी राज्य की गिरती स्वास्थ्य सेवाएँ :
मौर्य ने राज्य के स्वास्थ्य क्षेत्र में लापरवाही का मुद्दा उठाते हुए कहा कि हाल ही में मोतियाबिंद ऑपरेशन में कई लोगों की आंखों की रोशनी खोने की घटना ने रमन शासनकाल के आँख फोड़वा कांड की याद दिला दी। उन्होंने सरकार से पीड़ितों को मुआवजा और बेहतर इलाज की मांग की।
• प्रदेश में राष्ट्रपति शासन की मांग :
मौर्य ने मुख्यमंत्री और गृह मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, "अगर सरकार कानून व्यवस्था को संभालने में असमर्थ है, तो मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।" उन्होंने राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की, क्योंकि जनता का कानून व्यवस्था और सरकार पर से भरोसा उठ गया है।
प्रेसवार्ता में कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे, जिन्होंने मौर्य की मांग का समर्थन किया।
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