रायपुर : छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा उप चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज़ हो गई हैं। निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव की तारीखों की घोषणा से...
रायपुर : छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा उप चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज़ हो गई हैं। निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले ही प्रमुख राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसी कड़ी में रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर भाजपा ने अपने कोर ग्रुप और चुनाव समिति की बैठक बुलाई, जिसमें चुनावी रणनीति और संभावित उम्मीदवारों पर चर्चा की गई।
बैठक के बाद सीएम साय ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि पार्टी चुनाव की तैयारियों को लेकर पूरी गंभीरता से काम कर रही है। उन्होंने कहा, "चुनाव तैयारी के संबंध में विस्तृत चर्चा हुई है, और हम सुनिश्चित करेंगे कि भाजपा मजबूत रणनीति के साथ चुनावी मैदान में उतरे।"
साय ने कांग्रेस की "न्याय यात्रा" पर भी टिप्पणी की, इसे चुनावी नतीजों पर बेअसर बताते हुए कहा, "कांग्रेस को हरियाणा के हालात से सबक लेना चाहिए। उनकी पदयात्रा से चुनाव पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।"
• दावेदारों पर मंथन जारी :
रायपुर दक्षिण सीट के संभावित उम्मीदवारों को लेकर अटकलें तेज़ हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता और उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा, "भाजपा में स्वाभाविक रूप से कई दावेदार हैं। पार्टी यह तय करेगी कि किसे टिकट दिया जाएगा, और जिसे भी टिकट मिलेगा, उसे जिताने के लिए पूरा दल एकजुट होकर काम करेगा।"
सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा ज़ोरों पर है कि रायपुर दक्षिण से संजय श्रीवास्तव और पूर्व सांसद सुनील सोनी को संभावित उम्मीदवार माना जा रहा है। हालाँकि, अंतिम निर्णय पार्टी की चुनाव समिति द्वारा किया जाएगा।
• भाजपा की रणनीति :
भाजपा, रायपुर दक्षिण सीट को अपनी मजबूत पकड़ वाली सीटों में से एक मानती है, और इस बार भी पार्टी यहां से जीत सुनिश्चित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। पार्टी के आंतरिक सूत्रों का मानना है कि उम्मीदवार के चयन के साथ-साथ क्षेत्र में सक्रिय प्रचार और जनसंपर्क अभियानों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
ऐसे में आगामी दिनों में भाजपा की रणनीति और उम्मीदवार की घोषणा को लेकर राजनीतिक जगत में हलचल और तेज होने की उम्मीद है।
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