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बस्तर दशहरा में श्रुति सरोज की कथक नृत्य प्रस्तुति ने मोह लिया सबका मन

जगगदलपुर : विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा के अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा आयोजित बस्तर मंडई के क्षेत्रीय सरस मेले में श्रुति सरोज की शास्त्रीय नृ...

जगगदलपुर : विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा के अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा आयोजित बस्तर मंडई के क्षेत्रीय सरस मेले में श्रुति सरोज की शास्त्रीय नृत्य 'कथक' की मनमोहक प्रस्तुति ने दर्शकों का दिल जीत लिया। लाल बाग, जगदलपुर के सांस्कृतिक मंच पर हुई इस प्रस्तुति के दौरान श्रुति ने अपने अद्भुत नृत्य कौशल से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।

इस विशेष अवसर पर बस्तर कलेक्टर हरीश एस. ने श्रुति सरोज को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। श्रुति की इस बेहतरीन नृत्य प्रस्तुति के लिए अतिथियों और अन्य कलाकारों ने उन्हें शुभकामनाएं और बधाइयाँ दीं।


श्रुति सरोज केवल 3 वर्ष की आयु से ही विभिन्न मंचों पर अपनी अद्वितीय प्रस्तुतियों से दर्शकों का दिल जीतती आ रही हैं। उन्होंने बस्तर लोकोत्सव, चित्रकोट महोत्सव, और अन्य जिला, राज्यस्तरीय, तथा राष्ट्रीय सांस्कृतिक मंचों पर उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए अनेक सम्मान प्राप्त किए हैं।



2020 में लाला जगदलपुरी की जन्मशताब्दी समारोह में उनके गीतों पर कथक नृत्य प्रस्तुत करने हेतु भी उन्हें विशेष रूप से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा, दूरदर्शन के कार्यक्रम 'दण्डकारण्य की शान' में भी उन्होंने शानदार प्रस्तुति दी थी। नवंबर 2022 में कोलकाता के रवींद्र भवन में उनके कथक नृत्य के लिए उन्हें विशेष मान्यता मिली।


श्रुति ने प्रारंभिक शिक्षा बस्तर संगीत महाविद्यालय के प्राचार्य राजमोहन मलिक के मार्गदर्शन में प्राप्त की, जहाँ उन्होंने 'नृत्यभूषण' की परीक्षा में मेरिट सूची में स्थान प्राप्त किया। उन्होंने खैरागढ़ संगीत विश्वविद्यालय से कथक में 'विद' की उपाधि प्राप्त की है।


बस्तर में शास्त्रीय नृत्य को बढ़ावा देने और जागरूकता फैलाने के प्रति श्रुति का सतत प्रयास उल्लेखनीय है। उनकी नृत्य कला ने बस्तर के सांस्कृतिक मंच पर एक नई पहचान बनाई है, और वे लगातार इस दिशा में कार्यरत हैं।

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